लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में कर्मचारियों से पद के समान काम लेना कठिन होगा। राज्यपाल सचिवालय और शासन के आदेश के बाद केजीएमयू प्रशासन हरकत में आया। केजीएमयू कुलसचिव ने सभी विभाग प्रमुख को निर्देश दिया है कि कर्मचारियों से पद के समान काम लेने के लिया जाए।
केजीएमयू में नियमित व संविदा पर लगभग दस हजार कर्मचारी कार्यरत हैं। बताया गया है कि काफी संख्या में कर्मचारियों से पद के अनुरूप काम नहीं लिया जा रहा है। बताया जाता है कि टेक्नीशियन संवर्ग के कर्मचारियों से लिपिक श्रत्त्त्र्द्मणी का काम लिया जा रहा है। मामले की कई बार शिकायत की गयी, जिसका राज्यपाल सचिवालय और शासन के अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिये। उसके बाद कुलसचिव रेखा एस चौहान ने सभी विभागाध्यक्ष, सीएमएस, चिकित्सा अधीक्षक, परीक्षा नियंत्रक समेत अन्य अधिकारियों को आदेश जारी किया है। इसमें कुलसचिव ने साफ कहा है कि कर्मचारियों से पद के अनुरूप ही काम लिया जाए। पद के अलावा किसी भी श्रेणी के कर्मचारी से काम न लिया जाए।
आरोप हैं कि तमाम कर्मचारी सिफारिश पद के अलावा तैनाती हासिल करने में कामयाब हो रहे थे। इससे अव्यवस्था व बदइंतजामी फैल रही थी। कर्मचारियों में रोष भी व्याप्त था। बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त कर्मचारियों से भी काम लिया जा रहा है।