लखनऊ। वेतन कटौती किये जाने का विरोध करते हुए किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय आउटसोर्सिंग चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने बुधवार को कुलसचिव कार्यालय का घेराव करके प्रदर्शन किया। जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए केजीएमयू अधिकारियों व कंपनी के अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारी आउट सोर्सिंग कर्मचारियों का आरोप हैं कि दोनों की मिलीभगत से कर्मचारियों का प्रत्येक महीने चार दिन का वेतन काट लिया जाता है। कर्मचारियों ने समय पर निर्धारित वेतन देने व नियमानुसार काम लेने की मांग की है।
केजीएमयू में लगभग एक दर्जन कंपनियां के जरिये विभिन्न श्रेणी के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की अलग- अलग तैनाती है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने बुधवार को कुलसचिव कार्यालय का घेराव करने पहुंच गये। आरोप है कि कंपनी प्रत्येक महीने बिना कारण चार दिन का वेतन काट रही है, जो कर्मचारी विरोध करते हैं, उनके खाते में बाद में कटौती की रकम लौटा दी जाती है। लगभग चार महीने से यही क्रम चल रहा है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे है।
कर्मचारियों का कहना है कि केजीएमयू के कुछ भवनों में स्क्वायर फिट के हिसाब से सफाई का ठेका दिया गया है। सेवा प्रदाता कंपनी जबरन पुराने कर्मचारियों को इसी योजना में तबादला कर रही है। इससे कर्मचारियों के वेतन में कम हो जाएगा। वर्तमान में 11500 रुपये बैंक खाते में आ रहे हैं। अब स्कवायर फिट के अनुसार सफाई का काम करने वाले कर्मचारियों को 9300 रुपये महीने वेतन मिलेगा। अवकाश भी कम हो जाएंगे। अभी इसमें शताब्दी एक, दो, ट्रॉमा सेंटर, सीटीवीएस विभाग शामिल है।
उन्होंने बताया कि कंपनी के माध्यम से लगभग 1500 आउटसोर्सिंग चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात हैं। कंपनी लगातार कर्मचारियों का शोषण करते हुए उन्हें परेशान कर रही है। समय पर वेतन नहीं देते है। वेतन कटौती कर लेते है। जबदस्ती दूसरी योजना के तहत कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है। बोनस देने में भी कंपनी टालमटोल कर रही हैं। केजीएमयू अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता के बाद समस्या के समाधान और मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है।












