स्वस्थ जीवन शैली, अच्छे खानपान से इस रोग से दूर रहा जा सकता

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लखनऊ । संजय गांधी पी जी आई नेफ्रोलॉजी विभाग द्वारा गुर्दा दिवस के उपलक्ष में जन जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के गुर्दा विभाग के चिकित्सकगण कर्मचारी और राजधानी से लगभग 300 लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो. आरके धीमान, संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर एस के मिश्रा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सोनिया नित्यानंद, चिकित्सा अधीक्षक डॉ एके भट्ट, कार्यकारी कुलानाशक डॉ अफजल अजीम, एवं नेफ्रोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रो नारायण प्रसाद व विभाग के अन्य सदस्य संकाय सदस्य डॉ अनीता सक्सेना, डॉ धर्मेन्द्र भदौरिया, डॉ मोनिका याचा, डॉ मानस बेहरा, डॉ रविशंकर कुशवाहा उपस्थित थे। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आरके धीमन ने कहा कि निदान और उपचार से अधिक महत्वपूर्ण लोगों को इस विषय में जागरूक करना है कि इस से बचाव कैसे किया जा सके। इसके लिए स्थानीय स्तर पर समुदाय के जिला अस्पताल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी इस तरह के जन जागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो सोनिया नित्यानंद ने नेफ्रोलॉजी विभाग को कोविड 19 महामारी के समय उत्तम प्रबंधन के लिए बधाई दी और कहा कि प्रबंधन के साथ गुर्दे के रोगी एक सामान्य जीवन व्यतीत कर सकते हैं।.
 

इस कार्यक्रम में प्रदेश के राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व गुर्दा दिवस के अवसर पर जन जागरण अभियान चलाये लोगों को जानकारी बढाने के लिए अत्यंत आवश्यक है क्योंकि बीमारी किसी भी आयु वर्ग में हो सकती है। इसीलिए उनके लक्षणों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, जिससे समय रहते ही इसका निदान और उपचार किया जा सके। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन शैली और अच्छे खानपान से इस रोग से दूर रहा जा सकता है। उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि इस दिवस के लगभग एक सप्ताह पूर्व से ही जन जागरण अभियान की दिशा में कार्य शुरु कर देना चाहिए। कार्यक्रम में शिक्षापरक वीडियो के द्वारा गुर्दा रोग के विषय में पी जी आई के नेफ्रोलॉजी विभाग के संकाय सदस्यों ने जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर गुर्दा प्रत्यारोपण करा चुके रोगियों और उनके परिवारजनों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये और कठिन समय में उन्हें हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने के लिए संस्थान के नेफ्रोलॉजी विभाग की भूरि भूरि प्रशंसा की। समारोह का समापन डॉ नारायण प्रसाद द्वारा धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ हुआ।

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