लखनऊ। देश में 13 राज्यों के अलावा श्रीलंका में एंबुलेंस सेवा का सफलता पूर्वक संचालन करने वाली संस्था जीवीकेईएमआरआई द्वारा आपात मेडिकल सेवाओं को लेकर लखनऊ के आशियाना स्थित संस्था के मुख्यालय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ,जिसमें सैकड़ों की संख्या में संस्था के मेडिकल प्रोफेशनल, काल सेंटर अधिकारी ईएमटी व पायलटों ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी देते हुए यूपी मुख्यालय के डिपार्टमेंट हेड नारायण मूर्ति ने बताया कि जीवीके ईएमआरआई द्वारा मेडिकल आपात सेवा के क्षेत्र में काफी काम किया गया है पूरे प्रदेश में हमारे ट्रेंड स्टाफ मरीजों की सेवा कार्य में लगे हैं।
उन्होंने बताया कि यहां पर 6 केंद्रों जिसमें लखनऊ ,मुरादाबाद,मेरठ,सिद्वार्थनगर,वाराणसी व प्रतापगढ़ में तीन जोनों नार्थ,ईस्ट व साउथ जोन के मेडिकल प्रोफेशनल्स व ईएमटी तथा पायलटों का प्रशिक्षण दिया गया जिसमे मुख्यत:मरीजों के संयोजन,वेेंटीलेटर का इस्तेमाल कैसे किया जाये,वास्कुलर पम्प का प्रयोग,वीटॉल की मानीटरिंग करना,आपात स्थित में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के प्रयोग तथा दुर्घटना प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।
उन्होने बताया कि संस्था के करीब 100 ईएमटी व पायलटों को ट्रामा,हार्ट व बेसिक लाईफ सपोर्ट का प्रशिक्षण दिया गया. जिससे उन्हे मरीज को एंबुलेंस से ले जाते समय उसे जरूरत पड़ने पर फास्ट एड के साथ केयरिंग ट्रिटमेंट दिया जा सके। यदि स्थिति बिगड़े तो वह हमारे परामर्श चिकित्सक के सलाह पर मेडिकल यंत्रों व दवाओं का प्रयोग कर मरीज को सुरक्षित गंतव्य तक पंहुचा सके।नारायण मूर्ति ने बताया इस आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवा में एंबुलेंस पायलट व ईएमटी को वाहन की साफ सफाई, अन्य उपकरणों के रखरखाव व एम्बुलेंस में समय से मेडिसिन की आपूर्ति शुनिश्चित करने की जानकारी दी गयी।
डिपार्टमेंट हेड ने बताया कि संस्था द्वारा जून के अंतिम सप्ताह में आपात मेडिकल सेवा में दो वर्षीय डिप्लोमा की भी शुरूआत की जायेगी जिसमें मेडिकल प्रोफेशनल,के अलावा सामान्य लोग भी शामिल हो सकते हैं।
यह जानकारी संस्था के मीडिया सलाहकार आनन्द दीक्षित ने देते हुए बताया कि लखनऊ में 108 की 28 ,102 की 34 तथा 2 एएलएस मिलाकर कुल 64 एम्बुलेंसों द्वारा स्वास्थ्य सेवाये प्रदान की जा रही है।
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