लखनऊ। राजधानी के रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल (आरएलबी) में उपचार कराने पहुंची एक महिला ने चिकित्सक पर छेडख़ानी का आरोप लगाया है। महिला ने यह बात अपने बहन का बताई। जिसके बाद घर से आये परिजनों ने अस्पताल में घुसकर जमकर तोडफ़ोड़ की। इतना ही नहीं चिकित्सक समेत वहां मौजूद वार्ड आया को भी नहीं बक्शा । अस्पताल में तोडफोड़ व हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिने दोनों पक्षों से तहरीर लेकर बलरामपुर अस्पताल में मेडिकल के लिए भेज दिया।
आरएलबी अस्पताल में सुबह १० बजे के करीब आयुष डा. बीरेन्द्र चौधरी के पास इलाज के लिए पहुंची थी। महिला का आरोप है कि डॉक्टर ने इलाज के बहाने उससे छेडख़ानी का प्रयास किया। शोर मचाने पर डॉक्टर ने धमकी दी। इसके बाद महिला ने यह बात अपने बहन को बताई जिसके बाद सूचना पर पहुंचे ने पूरे अस्पताल में मारपीट के साथ ही तोडफ़ोड़ की।
सूचना मिलते ही तालकटोरा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन इस बीच तोडफ़ोड़ करने वाले निकल चुके थे। पुलिस ने अपनी कार्यवाही करते हुए अस्पताल के सीएमएस डा.आर.के.चौधरी से वार्ता की। उन्होंने पूरी घटना बतायी और अपनी ओर से अस्पताल में तोडफ़ोड़ के लिए तहरीर दी।
वहीं महिला कुछ देर में थाना तालकटोरा पहुंचकर डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी। पीडि़तमहिला ने मीडिया से कहा कि रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल के डॉक्टर ने उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की है। उसके शोर मचाने पर डॉक्टर ने उसे धमकाया। तालकटोरा थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीर ले ली गयी है। पुलिस विवेचना के बाद ही आगे की कार्यवाही करेगी। आरएलबी में तोडफ़ोड़ मामले में सरकारी सम्पत्ति नुकसान की धाराओं में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
कर्मचारियों में आक्रोश
आरएलबी अस्पताल में हुये डाक्टर के साथ मारपीट व तोडफ़ोड़ से कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। कर्मचारियों ने बैठक कर तय किया है कि यदि मारपीट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुयी तो वह हड़ताल पर चले जायेंगे। फिलहाल अस्पताल प्रशासन कर्मचारियों को समझाने में लगा हुआ है।
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