लखनऊ। किसी भी स्थिति में अगर दांत गिर जाए या निकलवाने पड़े, तो उस स्थान को खाली न छोड़े। वहां दांत जरुर लगवा लें। उन्होंने बताया कि एक दांत निकलने पर कई गंभीर समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। इन समस्याओं में अन्य दांतों के घिसने, खाना फंसने, अगल-बगल के दांतों में कीड़े पड़ने, जबड़ा बैठने, और पायरिया आदि होने की प्रमुख समस्या हो सकती है। यह जानकारी किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के प्रॉस्थोडांटिक्स विभाग के लक्ष्य कुमार ने दी। डा. लक्ष्य गोमतीनगर के स्थित एक होटल में फाउंडेशन इंटरनेशनल इंप्लांट और केजीएमयू की ओर कार्टिकल इंप्लांटोलॉजी कार्यशाला में सम्बोधित कर रहे थे।
कार्यशाला में देश-विदेश के डेंटल विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया आैर डेंटल इम्लांट पर चर्चा की। कार्यशाला का उद्घाटन राज्य मंत्री संदीप सिंह ने किया। इस अवसर पर केजीएमयू के कुलपति प्रो. एम एल बी भट्ट ने किया। कार्यशाला में उन्होंने बताया कि कई बार स्थिति यह हो जाती है कि मुंह भी नहीं खुल पाता है। इस लिए विशेषज्ञ डेंटल सर्जन से खाली स्थान पर दांत का इम्लांट करा लेना चाहिए।
कार्यशाला में प्रॉस्थोडांटिक्स विभाग डॉ. मयंक सिंह ने बताया कि वर्तमान में मायोफेशियल पेन एक बड़ी दिक्कत के रूप में लोगों को हो रही है। इस बीमारी में जबड़ा भारी होना, जबड़े से चटकने की आवाज आना, मांसपेशी सख्त होना, दांतों का घिसना के अलावा दर्द होना इस बीमारी के लक्षण हैं। इस समस्या को लोग नजरअंदाज कर देते है जो कि भारी पड़ रहा है। इससे निजात पाने के लिए हार्ड स्पिलिट डिवाइस बनाई है। पहले सॉफ्ट स्पिलिट थी, लेकिन यह बड़ी थी। इसको सिर्फ सोते समय लगा सकते थे। हार्ड स्पिलिट पतली होती है। यह मुंह की साइज को नापकर बनाई जाती है। डॉ. मयंक ने बताया कि इस डिवाइस में मात्र पांच-छह सौ रूपए ही खर्च होते हैं। यह तीन साल तक चलती है। जबकि पुरानी डिवाइस बमुश्किल तीन महीने चल पाती थी।
डॉ. यूएस पाल ने बताया कि इंप्लांट लगाने के लिए डॉक्टरों को ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे कि जिला अस्पतालों के साथ-साथ सीएचसी-पीएचसी पर भी इंप्लांट लगाए जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय ट्रेनिंग देने का प्रस्ताव मंत्री संदीप सिंह और कुलपति प्रो. एम एल बी भट्ट के सामने रखा गया। मंत्री संदीप सिंह ने प्रस्ताव पर खुशी जताते हुए सात दिवसीय करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मरीज कल्याण से जुड़े सभी कार्यों में सरकार पूरा सहयोग करेगी।
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