कम्युनिटी आई बैंक शुरू

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लखनऊ – किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय ने साइटलाइफ के सहयोग से केजीएमयू यूपी कम्युनिटी आई बैंक की शुरूआत की है। केजीएमयू यूपी कम्युनिटी आई बैंक ने प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज और आईजीआईएमएस काउंसलर्स पटना में एनपीसीबी काउंसलर्स को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। बताते चले कि भारत में कॉर्निया प्रत्यारोपण के लिए 20 लाख लोग प्रतीक्षारत है। कॉर्नियल अंधेपन को खत्म करने के लिए प्रशिक्षित आई बैंक प्रोफेशनर्स की बड़ी आवश्यकता है।

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दिसंबर 2016 में शुरू हुए इनके आई बैंक ने अब तक 965 कॉर्नियल प्रत्यारोपण सर्जरी की है। साथ ही सबसे कम समय में 1000 कॉर्नियल प्रत्यारोपण करने वाला पहला आई बैंक बन गया है। अब इस आई बैंक केंद्र ने केजीएमयू में कॉर्निया पुनः प्राप्ति कार्यक्रम की शुरूआत की है। इसके साथ ही इस विषय को लेकर राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेजों के साथ भी चर्चा की गई है। वर्तमान में यह आई बैंक केंद्र लखनऊ, सीतापुर, रायबरेली, बाराबंकी और लखीमपुर जिलों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है।

ग्लोबल प्रोग्राम ऑफ साइटलाइफ, एशिया के उपाध्यक्ष अतुल कपूर के मुताबिक, अमेरिका ने पिछले साल लगभग 50,000 कार्नियल प्रत्योरोपण किए गए, जबकि उत्तर प्रदेश में केवल 1100 कॉर्निया प्रत्यारोपण ही किए जा सके। उनका मानना है कि ऐसा सिर्फ इसलिए है क्योंकि भारत और उत्तर प्रदेश में प्रशिक्षित आई बैंक प्रोफेशनल्स की कमी थी।
इसके साथ ही 2 अक्टूबर को केंद्र ने एनपीसीबी द्वारा आयोजित विभिन्न मेडिकल कॉलेजों से आई डोनर काउंसलर्स एवं टेक्नीशियन को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त किए जाने का प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। यह प्रमाणपत्र केजीएमयू के कुलपति प्रो. एमएलबी भटट्, डीडीजी एनपीसीबी इंडिया की डॉ. संगीता एब्रोल, एशिया गलोबल प्रोग्राम ऑफ साइटलाइफ के उपाध्यक्ष अतुल कपूर, केजीएमयू यूपी कम्युनिटी आई बैंक के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अरूण कुमार शर्मा द्वारा प्रदान किए गए। अगला प्रशिक्षण बैच दिसंबर 2018 में शुरू किया जाएगा।

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