लखनऊ । डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में एक मरीज का इलाज को लेकर परिजनों ने आरोप लगाया है कि डाक्टरों ने ठीक से उपचार नहीं किया, जबकि अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत करने के बाद मरीज का इलाज मिला था।
न्यू गड़ौरा की एलडीए कालोनी निवासी भगवाती प्रसाद चार दिन पहले बाइक चलाते समय एक्सीडेंट हो गया था। इलाज के लिए सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां पर पैर में फैक्चर होने की बात कही गयी। भगवती प्रसाद ने एक रुपये का पर्चा बनवा कर ओपीडी में डाक्टर को दिखाने पहुचे तो डाक्टर ने बिना किसी जाँच के उनको मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने की सलाह दी। इसके बाद मरीज के परिजनों ने हॉस्पिटल के आला अधिकारियों से शिकायत की तो मरीज को तत्काल इमरजेंसी वार्ड में भर्ती लिया गया लेकिन लेकिन कोई भी डाक्टर ने मरीज का इलाज शुरू नहीं किया। जब परिजनों ने राउंड पर आए डाक्टरों से कहा कि मरीज का इलाज शुरू करें।
तब हड्डी के डाक्टर ने कहा कि मैंने तुम्हे पहले ही कहा था कि मेडिकल कॉलेज में अपना इलाज करवाओ। आखिरकार गुरुवार दोपहर परिजन मरीज को लेकर चले गए। इस मामले में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि पूरे प्रकरण की जांच के बाद कोई प्रक्रिया दे पाएंगे।