लखनऊ। कोरोना महामारी में अपनों को ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए लोग दिन-रात भूखे प्यासे सिलेंडर लिए लाइन में लगे रहते हैं, ताकि मरीजों की उखड़ती सांसों को ऑक्सीजन मिल सके। ऐसे में कुछ लोग लाइन में लगे लोगों की भूख प्यास को देखते हुए बिस्कुट, पानी, चाय आदि बांटते रहते हैं , ताकि वह लोग निराश ना हो।
ऐसा ही कुछ माजरा तालकटोरा स्थित अवध ऑक्सीजन प्लांट के आसपास बना रहता है। यहां पर रहने वाले स्थानीय नागरिक शकील खान, जोकि केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में तकनीकी कर्मचारी हैं, वहां सुबह और शाम अपने कुछ साथी मोहम्मद अजीम, सलीम, प्रिंस के साथ सुबह शाम ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर रिफिलिंग के लिए लाइन में लगे लोगों को बिस्कुट चाय और पानी के पाउच बांटते हैं। शकील खान बताते हैं ऑक्सीजन सिलेंडर की रिफिलिंग के लिए बहुत लंबी लाइन लगती है। इनमें ऐसे लोग होते हैं, जो लाइन से हटकर कहीं जा नहीं पाते अपना सिलेंडर पकड़े बैठे रहते है। उन्हें चाहे भूख प्यास लगी हो लेकिन वहां हटते नहीं हैं सिलेंडर को आगे रिफिलिंग के लिए बढ़ाते रहते हैं। उनका कहना है इनमें रोजेदार भी होते हैं और हिंदू भाई भी होते हैं। सुबह और शाम इन लोगों की मदद के लिए पानी के पाउच, बिस्कुट और चाय अपनी टीम के साथ बांटने निकलते हैं, उनकी इस कोशिश से घंटों खड़े रहने वाले नागरिकों के चेहरे पर खुशी की लहर और सकून दिखता है। शकील का कहना है सुबह 4 बजे भी एक बार रोजेदारों के लिए चाय बिस्कुट और पानी की पेशकश की जाती है। उनके इस मिशन में और कुछ और लोग भी जुड़ने लगे हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग कराने वालों की लाइन बहुत लंबी होती है। हमारी टीम का प्रयास होता है हर जरूरतमंद लोगों को कुछ ना कुछ मदद पहुंचाई जा सके ताकि वह अपनों की मदद के लिए सकून से लाइन में लगे रहे और ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर घर पहुंच जाएं।
भूखे प्यासे लाइन में लगे लोगों के मददगार है शकील
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