न्यूज। देश के एक स्टार्टअप को बीजिंग में हुई एक वैश्विक प्रतियोगिता ‘शी लव्स टेक ग्लोबल स्टार्टअप कॉम्पटिशन-2019″ में तीसरा पुरस्कार मिला है। यह एक ‘मॉलिक्यूलर ड्रिलिंग” उपकरण है जिसे सीधे इंजेक्शन की तरह लगाया जा सकता है। यह सीधे प्रभावित कोशिका तक कैंसर-रोधी दवा पहुंचाता है। इस स्टार्टअप को आगे बढाने में केरल स्टार्टअप मिशन की अहम भूमिका है।
ओडिशा की शोधार्थी एवं उद्यमी डा. नुसरत जे. एम. संघमित्रा ने साइका ऑनको सॉल्यूशंस की स्थापना की। उनकी कंपनी ने शरीर में कैंसर की दवा आपूर्ति करने वाला एक दूरगामी उपकरण तैयार किया है आैर इसी के लिए उन्हें इस प्रतिस्पर्धा में सम्मानित किया गया। यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक यह एक ‘मॉलिक्यूलर ड्रिलिंग” उपकरण है जिसे सीधे इंजेक्शन की तरह लगाया जा सकता है। यह सीधे प्रभावित कोशिका तक कैंसर-रोधी दवा पहुंचाता है। प्रतिस्पर्धा में इस उपकरण को कैंसर के इलाज में अभूतपूर्व नवोन्मेष के तौर पर पहचाना गया।
‘शी लव्स टेक” एक वैश्विक मंच है जो महिलाओं के लिए प्रौद्योगिकी, उद्यमिता आैर नवोन्मेष का माहौल तैयार करने आैर अवसर पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध है। साइका ऑनको साल्यूशंस को हाल में कोच्चि में आयोजित ‘शी लव्स टेक इंडिया” के दौरान भी सम्मानित किया गया था। इसका आयोजन केरल स्टार्टअप मिशन ने किया था। वैश्विक प्रतिस्पर्धा में पहला पुरस्कार जर्मनी आैर दूसरा अमेरिका की स्टार्टअप कंपनियों को मिला।
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