लखनऊ। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि चिकित्सा की आधुनिक तकनीक से जटिल बीमारियों का इलाज संम्भव है। इसके साथ ही नयी तकनीक से जीवन शैली में भी सुधार किया जा सकता है। उपमुख्यमंत्री शनिवार को गोमती नगर के हेल्थ सिटी हास्पिटल के बैरिएट्रिक सर्जरी विभाग का उद्घाटन समारोह में सम्बोधित कर रहे थे। समारोह में मेडिकल हेल्थ एंड वेलफेयर के प्रिंसपल सेक्रेटरी पार्थ सारथी सेन शर्मा ने आयुष्मान भारत से जुड़ने व गरीबों के इलाज की ज्यादा कोशिश करनी चाहिए।
समारोह में डा. संजय पटोलिया ने कहा कि बैरिएट्रिक सर्जरी मोटापे और उससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए वजन घटाने का एक दीर्घकालिक और अत्यंत प्रभावी उपचार है। विशेषज्ञ डा. केबी जैन ने कहा कि प्रदेश की 23 करोड़ की आबादी में 5 करोड़ लोग मोटापे या बढ़े हुए वजन से पीड़ित हैं। जो लोग इसका इलाज कराना चाहते हैं, उन्हें दिल्ली-मुम्बई भागना पड़ता है। बैरिएट्रिक सर्जरी में मरीज की जरूरतों के अनुरूप एंडोस्कोपिक बैलून, स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी, मिनी गैस्ट्रिक बाइपास, बैंडेड सर्जरी और स्वयं की आवश्यकताओं और संकेतों के अनुसार संशोधित की जा सकती है।
बैरिएट्रिक सर्जरी से सिर्फ वजन में कमी ही नहीं आती, बल्कि समग्र स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार आता है। यह सर्जरी मोटापे से जुड़ी बीमारियों जैसे मधुमेह, स्लीप एपनिया, जोड़ों के दर्द, हार्मोनल असंतुलन और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिण्ड्रोम (पीसीओएस), बांझपन, हृदय और गुर्दे की बीमारियों, फैटी लीवर आदि में सुधार और इलाज के लिए प्रभावी साबित हुई है।