लखनऊ। गोमती नगर स्थित डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में ओपीडी धीरे- धीरे सोमवार से शुरू कर दिया गया है। आलम यह है कि ओपीडी में मरीजों की भीड़ उमड़ने पर दवाओं के दलाल भी संक्रिय हो गये है। सस्ती दवा दिलाने के नाम मरीज को मेडिकल स्टोर के प्रतिनिधि जबरन मरीज को अपनी मेडिकल दुकान ले जाने लगे। इस पर दोनो में मारपीट हो गयी आैर तीमारदार ने दोनों की पिटायी कर दी। इसके बाद आस-पास के मेडिकल स्टोर संचालन एक जुट हो गये आैर दुकाने पर बंद करके प्रदर्शन कर दिया। सड़क जाम कर रहे दुकानदारों को मौके पर पुलिस व ड्रग इस्पेक्टर पहुंच कर समझा-बुझा कर शांत करा दिया।
बताते चले कि ओपीडी शुरू होने के बाद 1500 से 2000 मरीज में आ रहे हैं। इमरजेंसी में भी मरीज बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही परिसर व ओपीडी में दलाल सक्रिय हो गए हैं। संस्थान में हॉस्पिटल ब्लॉक में मरीजों को मुफ्त दवा दिया जाता है, जब कि संस्थान परिसर में सस्ती दवा के स्टोर से दवा मिल जाती है। परिसर में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र भी है। बताते है कि इसके बावजूद डॉक्टर मरीजों को बाजार की दवा लिख रहे हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर बाहार से दवा लिखने का धंधा भी जोर पकड़ने लगा है।
लोहिया के सामने करीब 40 मेडिकल स्टोर चल रहे हैं। इनमें कई मेडिकल स्टोर मरीजों को लुभाने के लिए दवाओं पर कई प्रतिशत छूट देने का दावा कर रहे हैं। मरीजों को स्टोर तक लाने के लिए कर्मचारी भी तैनात कर रखे हैं। सस्ती दवा दिलाने के नाम पर बाहर के मेडिकल स्टोर तक उन्हें पकड़कर ले जाते हैं। शुक्रवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे एक मेडिकल स्टोर का प्रतिनिधि मरीज को ले जाने लगा। इस पर दूसरे मेडिकल स्टोर संचालक ने आपत्ति जाहिर की, तो इस बात को लेकर दोनों में कहासुनी शुरू हो गई। नौबत मारपीट की आ गई। घटना के विरोध में सभी ने मेडिकल स्टोर बंद कर दिए। सड़क जामकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जांच के बाद मौके पर एफएसडीए ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश कुमार ने बताया कि पर्ची से दवाओं की बिक्री को लेकर विवाद हो गया था। लिहाजा पर्ची से दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। हॉस्पिटल परिसर में किसी भी प्रकार का प्रचार-प्रसार नहीं कर सकेंगे। यदि किसी मेडिकल स्टोर संचालक का दलाल या फिर पर्ची पकड़ में आएगी तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।