एक महीने में तीन विशेषज्ञ डाक्टरों ने केजीएमयू को छोड़ा
लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय से एक और विशेषज्ञ डॉक्टर ने अलविदा कह दिया है। रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञ डॉ. अजय वर्मा ने इस्तीफा दे दिया है। यही नही उनका इस्तीफा केजीएमयू प्रशासन ने स्वीकार कर लिया है। इसके बाद डॉ. अजय ने डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग प्रमुख का पद भार ग्रहण कर लिया है।
केजीएमयू में डाक्टरों में वर्चस्व की जंग कहे या कुछ आैर, फिलहाल कही कुछ गड़बड़ है। केजीएमयू प्रशासन ने विशेषज्ञ डॉक्टर नाराज चल रहे हैं। अगर देखा जाए तो विशेषज्ञ डॉक्टर जल्दी- जल्दी इस्तीफा दे रहे हैं।
एक महीने के अंदर तीन विशेषज्ञ डॉक्टर केजीएमयू से पलायन कर चुके हैं। इनमें सबसे पहले केजीएमयू के चीफ प्रॉक्टर व न्यूरो सर्जरी विभाग के विशेषज्ञ डाक्टर क्षितिज श्रीवास्तव को अलविदा कहा। उन्होंने आलमबाग के निजी संस्थान में नौकरी ज्वाइन कर ली है। इसके बाद मानसिक स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञ डॉ. आदर्श त्रिपाठी ने इस्तीफा दे दिया है, फिलहाल वह तीन महीने की नोटिस पर हैं। इस बार रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञ डॉ. अजय वर्मा ने केजीएमयू को अलविदा कह दिया है। शुक्रवार को डॉ. अजय वर्मा ने लोहिया संस्थान में रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग में ज्वाइन कर लिया। लोहिया संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने लोहिया में बतौर विभाग प्रमुख बनाया गया है।
बताते चले कि केजीएमयू में बीते दिनों डॉक्टरों को सशर्त प्रोन्नति दी गयी। बाकायदा उनकी नौकरी के पेपर में सशर्त प्रोन्नति का दर्ज किया गया।
उधर रिटायरमेंट से तीन दिन पहले फार्माकोलॉजी विभाग के पूर्व प्रमुख डॉ. आमोद कुमार सचान को बर्खास्त कर दिया गया। वहीं कुलपति कार्यालय में तदर्थ कर्मचारी को पेंशन व भत्ते दे दिए गए।
कई डॉक्टरों की शिकायत पर जांच कमेटी गठित की गई। कमेटी तेजी से जांच कर रही है। वही देखा जाए तो प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोपी डॉक्टर को चार्जशीट देने के बाद भी केजीएमयू प्रशासन ने कार्रवाई के नाम मौन साध लिया है।