लखनऊ। वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। वाहनों का लगातार धुआं, मानकों को दरकिनार कर होते निर्माणकार्य, पेड़ों की लगातार कटान आदि हो रहे कार्य श्वसन तंत्र की बीमारियां लगातार बढ़ा रहा है।
प्रदूषण के दौरान माइक्रो कण लंग्स में जमा होते रहते है, इसके कारण संक्रमण और सूजन आ जाती है। यह बात केजीएमयू के पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग प्रमुख डॉ. वेद प्रकाश ने बुधवार को केजीएमयू के शताब्दी भवन के प्रेक्षागृह में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि इंडियन कॉलेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा एंड एप्लाइड इम्यूनोलॉजी सम्मेलन का उद्धाटन 30 अक्तूबर को होगा। शताब्दी फेज-2 के सभागार में उपमुख्यमंत्री ब्राजेश पाठक सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे।
उन्होंने बताया कि देश में हर साल करीब 16 लाख मौतें वायु प्रदूषण के कारण हो रही हैं। इस समय एलर्जी पूरे विश्व में एक बड़ी समस्या बन गई है। अगर देखा जाए तो 30 से 40 प्रतिशत लोग किसी न किसी एलर्जी से पीड़ित हैं। प्रदूषण और खानपान इसमें बड़ी भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने बताया कि सम्मेनल में देश भर के स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों को एलर्जी निदान, अस्थमा प्रबंधन, इम्यूनोथेरेपी और बायोलॉजिक्स में नवीनतम प्रगति पर विचार-विमर्श करने के लिए साथ आएंगे। पत्रकार वार्ता में पल्मोनरी व टीबी चेस्ट विशेषज्ञ डा. राजेद्र प्रसाद, प्राक्टर व पल्मोनरी विशेषज्ञ डा. आर एएस कुशवाहा भी मौजूद थे।












