लखनऊ में चंद्रोदय सांयकाल 8:02 बजे
लखनऊ। कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का व्रत होता है। करवा चौथ के दिन को करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि काशी पंचांग अनुसार इस साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का प्रारम्भ 09 अक्तूबर को रात्रि 02:49 से प्रारम्भ होकर 10 अक्तूबर को रात्रि 12:24 तक रहेगी। ऐसे में उदया तिथि अनुसार करवा चौथ का व्रत 10 अक्तूबर, शुक्रवार को रखा जाएगा। इस बार करवा चौथ पर शुभ संयोग बन रहा है.
इस करवाचौथ पर सिद्धि योग बन रहा है, जो पूजा-पाठ और शुभ कार्यों के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। चंद्रमा का अपनी उच्च राशि वृषभ में गोचर में रहेगा, यह शुभ संयोग सुहागिनों के लिए शुभ फलदायी होगा। जिन नवविवाहित स्त्रियों का पहला करवाचौथ है, वह इस बार व्रत प्रारम्भ कर सकेंगी। इस बार गुरु और शुक्र अस्त नहीं है।
करवा चौथ के दिन नवविवाहित महिलाएं शादी का जोड़ा पहनकर 16 श्रृंगार करें और प्रदोष काल में भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश और कार्तिकेय की पूजा करें। इस दिन हाथों में मेहंदी लगाना और सोलह श्रृंगार का सामान माता पार्वती को अर्पण करना शुभ माना जाता है। इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियां पति के स्वास्थ आयु एवं मंगल कामना के लिए व्रत करती है यह व्रत सौभाग्य देता है प्रातः काल स्त्रियां स्नान आदि करके आचमन करके सुख सौभाग्य का संकल्प करके व्रत करती है.
व्रत में शिव पार्वती, कार्तिकेय, गणेश तथा चन्द्रमा का पूजन करने का विधान है। स्त्रियाँ चन्द्रोदय के बाद चन्द्रमा के दर्शन कर अघ्र्य देकर जल और भोजन ग्रहण करती है पूजा के बाद सास का आर्शीवाद लेती है। इस दिन शाम 5 बजकर 43 मिनट से 6:57 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त है। ज्योतिषाचार्य आनंद दुबे ने बताया कि 10 अक्तूबर को लखनऊ में चंद्रोदय सांयकाल 8:02 बजे होगा।