लखनऊ। कैंसर संस्थान में मरीजों को भर्ती होने में परेशानी नहीं होगी। संस्थान में लगभग 220 बेड बढ़ाए जाएंगे। इससे दूर दराज से आने वाले मरीजों का इलाज आसान हो सकेगा। यह जानकारी कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ. एमएलबी भट्ट ने पत्रकार वार्ता में दी।
निदेशक डॉ. भट्ट ने बताया कि वर्तमान में 280 बिस्तरों पर मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। जल्द ही 500 बेड पर मरीजों की भर्ती शुरू करने की तैयारी है।
संस्थान में लगभग 220 बिस्तरों की बढ़ोत्तरी की जा रही है। उन्होंने बताया कि मरीजों की सर्जरी की संख्या में भी तेजी से बढ़ रही है। संस्थान में 24 ऑपरेशन थिएटर हैं। वर्तमान में आठ ऑपरेशन थियेटर का संचालित हो रहे है। प्रत्येक सप्ताह लगभग 12 से 15 सर्जरी हो रही हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न विभागों में 20 से अधिक डॉक्टरों का चयन किया गया है। इनमें तीन डॉक्टरों ने नौकरी ज्वाइन कर ली है। जल्द ही संस्थान में साइबर नाइफ, पेट सीटी, टेमोथेरेपी, डिजिटल पैथालॉजी, न्यूरोसर्जिकल माइक्रोस्कोप, हाईटेक ब्रोकीथेरेपी डिजिटल रेडियोग्राफी, अल्ट्रासाउंड मशीन खरीदी जाएगी।
डा. भट्ट ने बताया कि स्तन कैंसर की सटीक जांच के लिए डिजिटल मैमोग्राफी मशीन स्थापित की गयी है। इसमें थ्री डी जांच संभव होगी। रेडियोडायग्नोसिस विभाग प्रमुख डॉ. प्रमोद गुप्ता ने बताया कि लगभग 5.5 करोड़ की लागत से थ्री-डायमेंशनल डिजिटल मैमोग्राफी की सुविधा देती है। इसमें स्तन के छोटे- छोटे और शुरुआती घावों की पहचान आसानी से हो जाती है। इस मशीन में बायोप्सी करने की भी क्षमता है। अत्याधुनिक डिजिटल मैमोग्राफी मशीन की स्थापना से स्तन कैंसर की शीघ्र पहचान और उपचार के परिणामों में उल्लेखनीय सुधार होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि संस्थान में आने वाले मरीजों में लगभग 15 प्रतिशत मरीज स्तन कैंसर के हैं।
संस्थान में जी-9 बिल्डिंग पूर्व निदेशक डॉ. रविवकांत के समय से तैयार हो रही है। उसके बाद पूर्व निदेशक डॉ. शालीन चन्द्रा व डॉ. आरके धीमान ने बिल्डिंग तैयार करने की कोशिश की। लगभग सात साल बाद भवन तैयार हो गया है। इसमें बेड बढ़ाए जाएंगे। पत्रकार वार्ता में रजिस्टार डॉ. शरद सिंह, डॉ. विजय वरुण समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।