लखनऊ । ज्योतिषाचार्य एस.एस.नागपाल स्वास्तिक ज्योतिष केन्द्र अलीगंज का कहना है कि श्रावण शुल्क पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है। शास्त्रों अनुसार भद्रारहित पूर्णिमा पर रक्षा बन्दन का कार्य किया जाता है
इस वर्ष रक्षाबंधन शनिवार, 9 अगस्त को मनाया जाएगा। पूर्णिमा तिथि शुरू होगी 8 अगस्त को दोपहर 2:12 बजे और समाप्त होगी 9 अगस्त को दोपहर 1:24 बजे.9 अगस्त की सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक है इसमें अपराह्न काल, सबसे शुभ माना गया है, इस बार भद्रा 8 अगस्त शुक्रवार को को दिन में .02:12 से प्रारम्भ होकर देर रात 01:52 पर समाप्त हो जाएगी ,अत: 9 अगस्त प्रात: से भद्रा नहीं होगी। रक्षा बंधन के दिन सौभाग्य योग का संयोग बन रहा है। सौभाग्य योग का समापन 10 अगस्त को देर रात 02 बजकर 15 मिनट पर होगा।
इसके बाद शोभन योग का निर्माण होगा। वहीं, सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग सुबह 05 बजकर 47 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 23 मिनट तक है। इसके साथ ही श्रवण नक्षत्र दोपहर 02 बजकर 23 मिनट तक है। जबकि करण, बव और बालव हैं। इन योग में राखी का त्योहार मनाया जाएगा।
यह त्यौहार भाई-बहन को स्नेह की डोर में बांधे रखता है। इस दिन बहनें व्रत रखकर शुभ मुर्हूत में अपने भाई को राखी बांधती है और टीका लगाती है। भाई बहनों को रक्षा का वचन और उपहार देतें है। भगवान कृष्ण के एक बार हाथ में चोट लग गई थी, तो द्रोपदी ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़कर उनके हाथ में बंधा था। श्री कृष्ण ने उसे रक्षा सूत्र मानते हुये कौरवों की सभा में द्रोपदी की लाज बचाई थी । र