लखनऊ। लालगंज निवासी तीन वर्षीय बच्चा युग प्रताप सिंह के लिवर का मांस में कैंसर होने पर बच्चे को चार कीमोथेरेपी से गांठ को छोटा किया और बच्चे की दाहिनी और के कैंसर को चार से पांच घंटे में पूरा निकाल कर संजय गांधी पी जी आई की पीडियाट्रिक सर्जरी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर बंसत कुमार ने बच्चे को नया जीवन देकर कीर्तिमान स्थापित किया हैं।
प्रो बंसत ने बातचीत में बताया कि बच्चा कमजोर होता जा रहा था और आहार नहीं ले पा रहा था वह पीलापन आ गया उसके पेट में दर्द की शिकायत थी बच्चा रोता रहता था। अगर समय रहते बच्चे का इलाज न हो पाता तो कैंसर फैल जानें पर मुश्किल होता कैंसर निकालाना । बच्चे की मां 19 अप्रैल को जन्म दिन के दिन बच्चे को नहला रही थी तो अचानक दाहिने साइड में गांठ दिखी तो उसने बच्चे के पिता को बताया उन्होंने कहा खेलने कूदने में चोट लग गई हैं लेकिन मां को रहा नहीं गया वह नजदीक के निजी क्लीनिक में जाकर दिखाया तो डॉक्टर ने एंटीबायोटिक दवाएं दी तथा उसने जांच कराई ।
डॉ साहब ने रंगीन अल्ट्रासाउंड हरियाणा और दिल्ली के बार्डर के बहादुर गंज के अस्पताल में कराया वहां के चिकित्सक डॉ ललित महाजन के सम्पर्क में पहुंची। वहां के डाक्टर ने इलाज के लिए एक करोड़ का खर्चा बताया। दिल्ली सहित अन्य राज्यों में पता लगाया उसके बाद संजय गांधी पी जी आई की ओ पी डी में दिखाने पहुंची । देश के नामी गिरामी अस्पताल से चक्कर लगाने के बाद इलाज के लिए 7 मई को पी जी आई में भर्ती कर के उसका आपरेशन कर सी सी एम वार्ड में गहन चिकित्सा कक्ष में निगरानी के बाद उसे पीडियाट्रिक सर्जरी के वार्ड में शिफ्ट कर लिया और 8वें दिन सकुशल सब कुछ खा ले रहा है। उसकी मां ने पी जी आई के चिकित्सकों को बहुत एहसान मान रही हैं और कम पैसे में बच्चे का इलाज करके मेरी बच्चे को बचा कर एक नया जीवन दान देकर महान कार्य किया हैं।