लखनऊ । राजधानी में सरकारी अस्पताल का एक डाक्टर और वीआईपी विक्रमादित्य कॉलोनी की युवती को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। दोनों मरीज होम आइसोलेशन में हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दोनों की कोई ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं है। मरीजों के परिजनों को किसी प्रकार की समस्या नहीं है। राजधानी में अब तक लगभग नौ कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।
वहीं, सीएमओ कार्यालय के अनुसार कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। सिविल अस्पताल में फिजिशियन डाक्टर को दो तीन दिन से गले में खराश खांसी और जुकाम की शिकायत थी। उन्होंने पहले अस्पताल में ही एंटीजन जांच करवाई तो कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। ऐसे में उन्होंने अपना नमूना सिविल अस्पताल से ही किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) लैब में भिजवाया, जहां से बृहस्पतिवार की दोपहर करीब 12 बजे उन्हें कोरोना होने की जानकारी दी गई। वह रोजाना की तरह से ओपीडी मरीज देख रहे थे। तुरंत ही उन्होंने अस्पताल के अफसरों को खुद के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी। अफसरों के निर्देश पर वह होम आइसोलेशन में भेज दिए गए हैं।
ऐसे ही विक्रमादित्य मार्ग की युवती (27) को सर्दी, जुखाम के साथ बुखार की समस्या थी। स्थानीय डाक्टर से दवा ली, लेकिन फायदा नहीं हुआ तो निजी लैब में कोरोना की जांच करवाई। जांच में युवती संक्रमित आयी है। वह होम आइसोलेशन में है। जिले में अब तक कोरोना के आठ मरीज मिल चुके हैं, इसमें सक्रिय मामलों की संख्या छह है। सीएमओ डा. एनबी सिंह के कार्यालय से जारी सूचना के मुताबिक उनके रिकॉर्ड में 24 घंटे में कोरोना का कोई भी नया मरीज नहीं मिला है। उनके हिसाब से सक्रिय मरीजों की संख्या चार ही है। सीएमओ ने बताया कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोरेाना की जांच की सुविधा उपलब्ध है लेकिन यह जांच तभी की जाएगी, जब सीएचसी के डाक्टर जांच के लिए निर्देशित करेंगे।