लखनऊ। सरकारी अस्पतालों में अब कंप्यूटराइजड मेडिकोलीगल रिपोर्ट दी जाएगी। अभी तक पुराने फार्मेट के आधार पर डॉक्टर हाथ से लिखकर मेडिकोलीगल रिपोर्ट थमा देते थे। डॉक्टर की ना पढ़ने वाली हैंडराइटिंग से कोर्ट में मामला फंस जाता था। इसके बाद अब कोर्ट के आदेश पर सभी अस्पतालों में मेडिकोलीगल रिपोर्ट भी कंप्यूटाइजड दी जाएगी। इस निर्देश के बाद कुछ अस्पतालों में यह व्यवस्था शुरू हो गयी है।
जबकि अभी कुछ जगह अभी पुराने फार्मेट पर ही मेडिकोलीगल किया जा रहा है। अस्पताल प्रभारियों का कहना है जल्द ही नई व्यवस्था के तहत मेडिकोलीगल रिपोर्ट मिलेगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर जरिए लिखी गई टेढ़ी-मेढ़ी लिखावट कोर्ट केस में दिक्कत आ रही थी।
इसे लेकर हाईकोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग को टाइप मैटर में रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए थे। अफसरों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट टाइप मैटर में भेजना शुरू किया था। जिसके बाद मेडिकोलीगल रिपोर्ट भी टाइप मैटर में भेजने के निर्देश दिए गए। सभी सरकारी अस्पतालों में मेडिकोलीगल किया जाता है। डॉक्टर की लिखावट से कई बार मामला फंसता था। इसे देखते हुए मेडिकोलीगल रिपोर्ट भी टाइप मैटर में भेजने के निर्देश हुए हैं।
पहले चरण में बलरामपुर अस्पताल में कंप्यूटराइजड मेडिकोलीगल रिपोर्ट देना शुरू कर दी गयी है। अस्पताल निदेशक डॉ. एके सिंह ने बताया नई व्यवस्था शुरू कर दी गई है। वहीं सिविल अस्पताल सीएमएस डॉ. राजेश का कहना है कि अभी मेडिकोलीगल रिपोर्ट पुराने फार्मेट पर मिल रही है। कंप्यूटराइजड मेडिकोलीगल रिपोर्ट जल्द ही अस्पताल से मिलेगी। लोकबंधु समेत अन्य दूसरे सरकारी अस्पतालों में अभी पुराने फार्मेट पर मेडिकोलीगल रिपोर्ट दी जा रही है।