लखनऊ। केजीएमयू में 22 संवर्गों का मानकीकरण का कार्य हो चुका है, परन्तु कर्मचारियों को वरिष्ठता सूची व 10 वर्षों से सकी हुई पदोन्नति व एसीपी के क्रम में अभी कोई ठोक कार्यवाही नहीं की गई है। जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है।
इसके लिए कर्मचारी परिषद् द्वारा समय-समय पर पदोन्नति व एसीपी जल्दी कराने हेतु कई बार उच्चाधिकारियों से वार्ता भी किया गया है, लेकिन वार्ता एवं पत्राचार के उपरान्त भी कर्मचारी बिना पदोन्नति पाये सेवानिवृत्त होने के साथ-साथ अन्य सभी कर्मचारीगण आर्थिक नुकसान का सामना कर रहे हैं।
परिषद के अध्यक्ष विकास सिंह ने बताया कि 10 वर्षों से पदोन्नति न होने के कारण कर्मचारियों को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ रहा है जिससे उनके शारीरिक व मानसिक क्षमता पर बुरा असर पड़ रहा है। अब कर्मचारी आन्दोलन करने के लिए मजबूर है।
आंदोलन के क्रम में 13 अक्टूबर को एक दिन के लिए काला फीता बांधकर चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौपा जायेगा। यदि फिर भी चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की मांग पर लिखित समयबद्ध ठोस कार्यवाही नहीं की जाती है तो आन्दोलन के अगले चरण की तिथि घोषित कि या जाएगा।