लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग में मरीज की जान खतरे में आ गयी। शुक्रवार को ऑक्सीजन लगे मरीज की दो घंटे की वेंटिग के बाद भी कार्डियक टेस्ट नहीं हो सका। तीमारदार डाक्टरों व स्टाफ से मरीज की गंभीरता बताते हुए प्राथमिकता के आधार पर जांच करने का अनुरोध कर रहे थे।
इंतजार के बीच मरीज की ऑक्सीजन समाप्त हो गयी आैर मरीज की सांस फूलने लगी। आनन-फानन घबराये तीमारदार मरीज को लेकर मेडिसिन विभाग के गांधी वार्ड बिना जांच के सड़क से किसी तरह भागे, वार्ड में पहुंच कर आक्सीजन लगाने के बाद ही मरीज की जान बच सकी।
केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के गांधी वार्ड में साहू चौहान भर्ती चल रहे हैं। डाक्टरों के अनुसार श्वसनतंत्र में दिक्कत के साथ उन्हें कई दूसरी गंभीर बीमारी चपेट में लिए हुए है। इलाज कर रहे डॉक्टरों ने तीमारदारों को मरीज की कार्डियक जांच कराने का परामर्श दिया। मरीज को जांच के लिए लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग में शुक्रवार को डेट दी गयी। मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट के सहारे 10 बजे तीमारदार के साथ लॉरी पहुंच गया। तीमारदार आक्सीजन लगी होने के कारण जल्द जांच कराने की कोशिश करने लगे।
इस दौरान मरीज को ऑक्सीजन खत्म होने लगी तो एक बार फिर तीमाारदारों ने जांच में लगे डॉक्टर-टेक्नीशियन से जल्द जांच करने की फरियाद की। पर, किसी ने कोई ध्यान नही दिया। उल्टे मरीज को लाइन में नम्बर आने पर ही जांच कराने के लिए कहने लगे। उनका कहना है कि सभी गंभीर मरीज है। इस बीच ऑक्सीजन समाप्त हो गई। तीमारदारों ने मदद मांगी, नहीं मिली तो आक्सीजन सिलेंडर उल्टा किया। फिर भी मरीज को राहत नहीं मिला।
मरीज साहू चौहान की सांसे फूलने लगी। तीमारदार मरीज की जिंदगी बचाने के लिए बिना जांच मरीज को लेकर वार्ड की तरफ भागे। स्ट्रेचर पर लेटे मरीज को सड़क मार्ग से लेकर मुख्य परिसर में आक्सीजन लगायी तब कही मरीज को राहत मिली।