लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में सोमवार को लाइन तोड़कर जांच शुल्क जमा करने की कोशिश में लगे तीमारदार ने सोमवार को जमकर हंगामा करते हुए तोड़फांेड़ की। कर्मचारियों के रोकने पर आक्रोशित तीमारदार ने कैश काउंटर का शीशा तोड़ डाला। इससे टूटा शीशा काउंटर में बैठे दो कर्मचारी के हाथ, चेस्ट और चेहरे में धंस गया। इससे दो कर्मचारियों को घायल अवस्था में ट्रॉमा इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। घायल कर्मचारी की हालत अब ठीक बतायी जाती है।
ट्रॉमा सेंटर में 400 बिस्तरों पर मरीजों का इलाज होता रहता है। इसके साथ ही मरीजों को भर्ती करने के लिए 150 से अधिक स्ट्रेचर मौजूद हैं। इमरजेंसी व वार्ड फुल होने की स्थिति में गंभीर मरीजों का इलाज स्ट्रेचर पर मरीजों को भर्ती कर इलाज कराया जाता है। सोमवार को सुबह से ट्रॉमा सेंटर में जबरदस्त मरीजों की भीड़ बनी थी। इमरजेंसी से लेकर जांच का शुल्क जमा करने को लेकर लंबी लाइन लगी हुई थी। इस बीच जांच शुल्क जमा करने के लिए एक तीमारदार लाइन तोड़कर काउंटर के पहुंच गया, जिसका लाइन में लगे अन्य लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। लोगों के विरोध के बावजूद वह नहीं माना आैर काउंटर पर कर्मचारियों से शुल्क जमा करने का दबाव डालने लगा। इस पर काउंटर में तैनात आईटी सेल कर्मचारी शिवानंद और नेगी ने शुल्क जमा करने से मना कर दिया। इससे तीमारदार आक्रोशित हो गया आैर उसने काउंटर के शीशे पर हाथ मारकर तोड़ दिया। शीशा तोड़ने की घटना से ही काउंटर पर अफरा-तफरी मच गई। तेजी से टूटा शीशा दोनों कर्मचारियों के शरीर के कई जगह धंस गया। शीशा धंसने से हाथ, आंख, चेहरे और पेट में कांच घुसने से ब्लडिंग होने लगी। वहां पर अफरा-तफरी मच गयी। आनन-फानन घायल कर्मचारियों को कैजुअल्टी इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। वहीं तोड़-फोड़ करने वाले तीमारदार को सुरक्षाकर्मियों ने दौड़ा कर पकड़ लिया। तीमारदारों को पुलिस के हवाले कर दिया। ट्रॉमा सेंटर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि शीशा तोड़ने वाले तीमारदारों को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। मुकदमा भी दर्ज कराने के निर्देश दिया गया।