लखनऊ। पुराने लखनऊ के ठाकुरगंज क्षेत्र स्थित निजी अस्पताल में भर्ती किशोर की शनिवार की देर शाम डेंगू से मौत हो गयी। यह निजी अस्पताल में करीब चार दिन से भर्ती चल रहा था। बताया जाता है कि मरीज की लगातार प्लेटलेट्स कम होने के कारण उसकी तबियत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उसे गंभीर बताते हुए वेंटीलेटर स्पोर्ट पर रखा था। फिर भी इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। मगर उसकी जान नहीं बच सकी। तीमारदारों ने आरोन लगाया है कि इलाज में लापरवाही से मरीज की हालत बिगड़ी,जो कि मौत का कारण बनी।
जानकारी के अनुसार ठाकु रगंज क्षेत्र के अंबरगंज निवासी जहूर आलम (19) को लगभग एक सप्ताह से पहले तेज बुखार आ रहा था। तीमारदारों ने पहले मोहल्लें में मौजूद क्लीनिक से इलाज कराया। कोई फायदा न होने पर बीती चार अक्टूबर को तीमारदार उसे एक निजी अस्पताल ले गए। वहां पर इलाज से संतुष्ट न होने पर तीमारदार क्षेत्र में स्थित एक बड़े निजी अस्पताल में बीती चार अक्टूबर को भर्ती करा दिया। तीमारदारों का कहना है कि वहां पर जांच में डेंगू की पुष्टि की गयी। इसके बाद इलाज के बावजूद मरीज की लगातार प्लेटलेट्स गिरती जा रही थी। हालत ज्यादा बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उसे वेंटीलेटर स्पोर्ट शिफ्ट कर दिया। लगभग चार दिन तक वेंटीलेटर पर भर्ती रहने के बाद भी इलाज के दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गयी। तीमारदार भाई आलम का आरोप है इलाज में लापरवाही से बरती गयी। आरोप है कि इलाज व दवा के नाम पर चार दिन में इलाज के नाम पर वसूले गए। वही सरकारी आंकड़ों के अनुसार सरकारी अस्पतालों में रविवार को डेंगू के नौ मरीज भर्ती हुए हैं। इसमें लोकबंधु अस्पताल में चार नए सिविल अस्पताल में दो मरीज भर्ती किए गए। इसी तरह बलरामपुर अस्पताल में तीन मरीजों को भर्ती किया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि कुछ मरीजों के प्लेटलेट्स कम आयी हैं। उन्हें प्लेटलेट्स चढ़ाई जा रही है। बाकी मरीजों की स्थिति सामान्य है।