लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने सेंटर फॉर आर्थो पेडिक सुपर स्पेशलिटीज का शिलान्यास किया । कार्यक्रम में सेंटर फॉर आर्थोपेडिक सुपर स्पेशलिटीज में स्पोट्स मेडिसिन विभाग एवं पेडियाट्रिक आर्थोपेडिक विभाग तथा दो समर्पित इकाई, आर्थोप्लास्टी यूनिट और स्पाइनसेंटर संचालित किए जाएंगे। ताकि मरीजों को एक साथ एक छत के नीचे ही इलाज की सुविधा मुहैया करायी जा सके।
इस अवसर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने सेंटर फॉर आर्थोपेडिक सुपर स्पेशलिटीज को केजीएमयू के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा कि केजीएमयू को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए जो भी आवश्यकताये होंगी, क्रमशः उन सारी आवश्यकताओं की पूर्ति प्रदेश सरकार करेगी। इसके साथ ही उन्होंने कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक के अनुरोध पर डाक्टरोंं के लिए चिकित्सा विश्वविद्यालय के पास ही नए आवास बनवाने के प्रस्ताव पर भी अपनी सहमति प्रदान करते हुए शीघ्र ही इस पर विचार करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने आज संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर कार्यक्रम में उपस्थित डाक्टरों से अनुरोध किया कि अपने कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदारी को समझते हुए मरीजों को चिकित्सीय सेवाएं प्रदान करें।
इस अवसर पर केजीएमयू कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. बिपिन पुरी ने सेंटर फॉर आर्थो पेडिक सुपर स्पेशलिटीज के शिलान्यास को केजीएमयू के इतिहास में एक नये अध्याय की शुरूआत बताते हुए इस परियोजना के लिए योगी आदित्य नाथ एवं चिकित्सा शिक्षामंत्री सुरेश खन्ना की दूरदर्शिता, कुशल मार्ग दर्शन एवं अभूतपूर्व सहयोग के लिए आभार प्रकट किया।
कुलपति ने बताया कि देश में केजीएमयू एक मात्र ऐसा चिकित्सा विश्वविद्यालय होगा। जहाँ संकलित रूप से आर्थोपेडिक की सुपर स्पेशलिटीज की सुविधा एक छत के नीचे उपलब्ध होगी। इस सुविधा के आरम्भ होते ही प्रदेश एवं आसपास के राज्यों के मरीजो को एक ही स्थान पर अन्तराष्ट्रीय स्तर का उपचार उपलब्ध होगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सेंटर फॉर आर्थोपेडिक सुपर स्पेशलिटीज के अन्तर्गत दो विभाग,स्पोट्स मेडिसिन विभाग एवं पेडियाट्रिक आर्थोपेडिक विभाग तथा दो समर्पित इकाई, आर्थोप्लास्टी यूनिट और स्पाइन सेंटर संचालित किए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यह इमारत में छह तल और दो भूमिगत बेसमेंट से युक्त होगी ,जिसमें सारी जाँच करने की सुविधा एक ही जगह उपलब्ध होंगी। कंस्ट्रक्शन और डिजाइन सर्विस तथा जल निगम द्वारा बनाये जाने वाली इस बिल्डिंग की अनुमानित लागत 86 करोड़ होगी तथा प्रत्येक विशेष विभाग में 60 बिस्तरों से इकाई होगी ,जिसमें एच.डी.यू.,आई.सी.यू. बेड और शैक्षणिक तथा प्रशिक्षण की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
कुलपति ने कहा कि केजीएमयू प्रदेश का प्रथम चिकित्सा संस्थान है ,जहाँ पर पेडियाट्रिक आर्थो पेडिक की स्थापना वर्ष 2018 में हुई है तथा नवजात शिशु जिन्हें जन्म से ही रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं, पैरों में टेढ़ापन तथा अन्य प्रकार की विकृति आदि होती है ऐसे मामले हमारे देश में वर्तमान समय तक काफी अपेक्षित किए जाते रहे हैं, उनके लिए इस प्रकार की अति विशिष्ट सेवा का प्रारम्भ होना एक वरदान साबित होगा। कुलपति ने कहा कि स्पोट्र्स मेडिसिन विभाग अभी तक केद्र सरकार की योजना के तहत चल रहा है। इस महत्व को देखते हुए प्रदेश सरकार विभाग को अंगीकृत करके बजट पास करें ताकि इसको विकसित किया जा सके। खास कर वर्तमान में विभाग को मैन पावर की आवश्यकता है, जिसकी संस्तुति जल्द ही किया जाए।
कार्यक्रम कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक, राज्य मंत्री, चिकित्सा शिक्षा संदीप सिंह और अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे और अन्य केजीएमयू के चिकित्सकों एवं अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया।