लखनऊ। वल्र्ड डायबिटीज डे से पहले एक संस्था द्वारा जारी की गयी रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ में सितंबर 2020 में औसत एचबीए वन सी लेवल 8.47 प्रतिशत दर्ज किया गया। यह कोरोना की स्थिति को देखते हुए कुल मिलाकर एचबीए वन सी लेवल में बढ़ोतरी गहरी चिंता का विषय है, जिससे अनियंत्रित शुगर लेवल वाले डायबिटीज रोगियों में जानलेवा खतरे के साथ स्वास्थ्य संबंधी अन्य परेशानियां होने की आशंका ज्यादा है।
लंबे समय में ब्लड शुगर कंट्रोल के लिए एचबीए वन सी की सबसे ज्यादा सिफारिश की जाती है और इसे बेहतरीन संकेतक माना जाता है। इससे पिछले तीन महीने के ब्लड शुगर कंट्रोल का औसत मिलता है। 53 वर्ष की औसत उम्र वालों को इस रिपार्ट में जांच का हिस्सा बनाया गया, जिसमें से 57 फीसदी पुरुष और 43 फीसदी महिलाएं थीं।
केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ डा. कौसर उस्मान ने कहा, लखनऊ में एचबीए वन स का उच्च स्तर बड़ी चिंता का विषय है, क्योंकि कोविड-19 के कारण डायबिटीज के मरीजों को गंभीर स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां 50 फीसदी ज्यादा है। ग्लूकोज लेवल पर नजर रखना चाहिए। इसके साथ ही हेल्टी डाइट लेना चाहिए, रोज एक्सरसाइज करना चाहिए और इससे बीमारी को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
कोविड-19 के कारण मौजूदा महामारी की स्थिति में डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने की दवाइयां और ब्लड शुगर मापने के उपकरण पर्याप्त मात्रा में रखने चाहिए। अगर सांस लेने में तकलीफ, बुखार, सूखी खांसी, थकान, दर्द, गला सूखना, सिर में दर्द, खाने में स्वाद न आना, सुगंध न आना जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।