लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इंटर्न डाक्टर्स का बुधवार को भी आंदोलन जारी रहा। सभी भत्ता बढ़ाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे रहे। इंटर्न डाक्टर्स के काम ठप करने से रेजिडेंट डॉक्टर वार्ड से लेकर इमरजेंसी तक में काम को किसी तरह से संभाले हुए हैं। उन पर काम का दबाव बढ़ रहा है। देर शाम कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल कुलपति डॉ बिपिन पुरी ने इंटर्न डाक्टर्स से वार्ता करके भत्ता बनवाने का आश्वासन दिया, लेकिन वार्ता असफल रही , इंटर्न डाक्टर्स भत्ता बढ़ाने का आदेश जारी होने तक आंदोलन करके भूख हड़ताल पर बैठे रहने की बात कह रहे हैं।
बताते चले कि केजीएमयू में 250 एमबीबीएस एवं 70 बीडीएस इन दिनों इंटर्न के रूप में कार्य कर रहे हैं। इन्हें 7500 रुपया प्रतिमा भत्ता मिलता है। उनका कहना है कि लगभग दस वर्षो भत्ते में बढ़ोतरी नहीं हो रही है। इंटर्न डाक्टर्स का कहना है कि वह लगातार जूनियर रेजिडेंट की तरह ही पूरा काम संभाले हुए हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें कम से कम 30000 प्रति महीने स्टाइपेंड दिया जाना चाहिए। इस मांग को लेकर काम बहिष्कार करके वह भूख हड़ताल पर हैं। बुधवार को डॉ. अविनाश और डॉक्टर योगेश भूख हड़ताल पर रहे। डॉक्टर अमर ने बताया कि कुलपति से वार्ता ठीक रही है उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री से मिलकर समस्या का समाधान कराएंगे। लेकिन इंटर्न डाक्टर्स का कहना है कि जब तक आदेश जारी नहीं होगा, तब तक आंदोलन व भूख हड़ताल जारी रखेंगे। दूसरी तरफ केजीएमयू के मीडिया प्रभारी डॉ सुधीर सिंह ने बताया कि इंटर्न डाक्टर्स के हड़ताल पर होने से कही भी किसी वार्ड की चिकित्सा व्यवस्था प्रभावित नहीं हुई है।