बढ़ता मोटापा बढ़ा रहा गठिया रोग

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लखनऊ। अर्थराइटिस यानी गठिया आज की बदलती जीवन शैली, मोटापा, गलत खानपान आदि वजहों से बुजुर्गों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि युवा भी इसकी चपेट में आ रहे है। अर्थराइटिस का सबसे अधिक असर घुटनों में और उसके बाद कुल्हे की हड्डियों पर पड़ने लगता है। इस बीमारी के कारण बदन में दर्द और अकड़न महसूस होने लगती है। ज्यादातर देखा गया है कि उनके हाथों, कंधों और घुटने में सूजन और दर्द रहता है। आलम यह होता है कि मरीज को हाथ मिलाने तक में परेशानी होने लगती है। यह अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है। बलरामपुर अस्पताल के वरिष्ठ आर्थोस्कोपिक सर्जन हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. जीपी गुप्ता ने बताया कि अगर देखा जाए तो गठिया के लिए प्रमुख कारणों में मोटापा सबसे ऊपर है।
डा. गुप्ता ने बताया कि शरीर पर सामान्य से अधिक वजन घुटने पर पड़ने के कारण जोड़ों की सतह टकरा कर घिसने लगता है, जिसके कारण परेशानी बढ़ जाती है। इसे क्लीनिकल भाषा में डी जनरेशन कहा जाता है। यह भी कई प्रकार के गठिया से लोग परेशान हो रहे हैं। सामान्य तौर पर आस्टियो अर्थराइटिस 50 साल की उम्र के बाद होता है। यह शरीर पर निर्भर करता है कि जोड़ो को कितना और किस तरह से इस्तेमाल किया गया है।
उन्होंने बताया कि अर्थराइटिस के लक्षण बढ़ती उम्र के साथ बढ़ते जाते है, लेकिन ये अचानक भी समस्या बन सकते हैं। इसके अलावा गलत तरीके से अधिक देर तक झुककर काम करना, झुककर कोई वजन उठाते रहना , कंप्यूटर के सामने गलत तरीके से घंटों बैठे रहना, मोबाइल का अधिक प्रयोग करते रहना , गर्दन झुकाकर घंटों काम करने से भी गठिया की शिकायत होती है। इसके अलावा रुमेटोइड अर्थराइटिस में मरीज के शरीर के अंग अकड़ जाते हैं। इसमें महिलाओं में अधिक शिकायत होती है। इसी तरह यूरिक एसिड बढ़ने से भी गठिया (गाउट) की समस्या होती है। गठिया की शिकायत होने पर तुरंत डाक्टर की सलाह लें। इसमें फिजियोथैरेपी को नजरअंदाज न करें। उन्होंने बताया कि जंक फूड का बढ़ता चलन मोटापे को बढ़ावा दे रहा है। अब 50 की उम्र से पहले ही गठिया की समस्या हो रही है। इसके साथ जीवनशैली में सामान्य से अधिक आरामदायक बनना और गलत तरीके से जोड़ों की गतिविधियां करना भी गठिया का कारण बन रहा है। सरकारी अस्पतालों में ओपीडी चलने पर 250 में 30 प्रतिशत मरीज गठिया की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार जीवनशैली को संतुलित बनाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है।
बचाव
1. नियमित संतुलित आहार लें
2. जंक फूड से तौबा करें, रोजाना सैर करें
3. साइकिलिंग करके हड्डियों को मजबूत बनाये
3. स्वीमिंग लगातार करने से शरीर को तंदुरुस्त रखा जा सकता है।
4. धूम्रपान और शराब का सेवन न करें, यह हड्डियों को कमजोर बनाता है

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