लखनऊ। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ(PMS) प्रदेश ने प्रदेश के विभिन्न जिलो में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा डॉक्टरों तथा स्वास्थ्य अधिकारियों से दुर्व्यवहार व अभद्र भाषाशैली प्रयोग किये जाने पर नाराजगी व्यक्त की है। संघ ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया है कि इस तरह की घटनाओं से कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों व डॉक्टरों का न सिर्फ मानसिक मनोबल टूट रहा है ,बल्कि उनकी कार्यक्षमता भी प्रभावित हो रही है।
संघ के अध्यक्ष डॉ सचिन वैश्य व महासचिव डॉ अमित सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के डॉक्टरों की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा इस कोरोना काल में आपकी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ मरीजों को स्वस्थ करने के लिए संकल्पित हैं।
पत्र में लिखा है कि कोविड-19 महामारी के संक्रमण काल में संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर एवं चिकित्साकर्मी विगत कई महीने से बिना किसी अवकाश के काम कर रहे हैं । संक्रमण से मुकाबला करने के लिए न केवल वे मानसिक एवं शारीरिक रूप से वरन पारिवारिक कठिनाइयों को सहते हुए भी संकल्पित मनोबल से कार्य कर रहे हैं। इस दौरान बहुत सारे डॉक्टर एवं चिकित्साकर्मी संक्रमित भी हो रहे हैं ।
प्रदेश के सभी जिलों में प्रभारी प्रशासनिक अधिकारी के रूप में जिलाधिकारीगण एवं उनकी समस्त इकाइयां कार्यरत हैं तथा प्रभारी तकनीकी अधिकारी के रूप में मुख्य चिकित्साधिकारी एवं उनके अधीनस्त इकाइयां कार्यरत हैं। विगत समय में तथा वर्तमान में जनपदों से जो भी शिकायतें सूचनाओं के रूप में प्राप्त हुई हैं उनके आधार पर कुछ जनपदों में तहसील स्तर पर तथा कुछ जनपदों में जिला मुख्यालय स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों का व्यवहार सही नहीं है। बैठक में या अन्य अधिकारियों/जनमानस के सामने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए दुर्व्यवहार होने से डॉक्टरों का मनोबल तोड़ रहा है। पत्र में मुख्यमंत्री से इन प्रकरणों को संज्ञान में लेने का अनुरोध किया गया है ताकि डॉक्टर भयमुक्त एवं संवेदनशील होकर कोविड-19 महामारी में बेहतर इलाज के लिए खुद को समर्पित कर सकें।
: PMS ने CM से अनुरोध किया डॉक्टरों से अभद्र व्यवहार रोका जाए