स्पाइन में धंसे पेंचकस को निकाल दिया नया जीवन

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लखनऊ। लोगों के शरीर में धंसी बड़ी -बड़ी सरिया को सफलता पूर्वक निकालने वाले किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सर्जरी के विशेषज्ञ डाक्टरों के होश तब उड़ गये, जब ट्रामा सेंटर गर्दन में धंसा हुआ पेंचकस लेकर युवक पहुंचा। डाक्टरों की टीम ने करीब तीन घंटे तक विभिन्न तकनीक का प्रयोग करने पर विचार करते हुए पेंचकस निकालने की कोशिश की। डाक्टरों का मानना है कि स्पाइन में धंसा पेंचकस श्वसन तंत्र, आहार नली के अलावा जरा – सी चूक में मरीज कोमा जा सकता है या कोई अंग बेकार हो सकता है। इसके बाद टीम ने बड़ी मशक्कत से पेंचकस को निकाल पाये। मरीज ठीक है आैर उसे डिचार्ज कि या चुका है।

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ट्रामा सर्जरी के वरिष्ठ डा. समीर ने बताया कि गोमती नगर क्षेत्र में नशे की हालत में दो युवकों के बीच हुई मारपीट में एक ने दूसरे की गर्दन में पेंचकस भोंक दिया। पेंचकस 30 वर्षीय शाह आलम की गर्दन धंसा आैर फंस गया। डा. समीर मिश्रा ने बताया कि यह सर्जरी बेहद जटिल हो गयी। जहां पेंचकस फंसा था, वह स्पाइन की हड्डी के साथ, आहार नली व सांस की नली भी होती है। ऐसे मरीज को बेहोश करके आपरेशन करने में काफी रिस्क था। क्योंकि अगर स्पाइन की कोई नर्व डिस्टर्ब होती है तो मरीज का रिएक्शन नहीं पता चल सकता है। ऐसे में बेहोशी के बाद दिक्कत का निदान करना कठिन हो सकता था। इसके लिए न्यूरो सर्जरी के डाक्टर की मदद ली गयी। इस बीच विभाग की डा. अनिता ने उसे लोकल एनेस्थिसिया देकर सर्जरी करने की सलाह दी।

इससे सर्जरी के दौरान मरीज के मूवमेंट से पता चल सके आैर तुरंत इलाज किया जा सके। विभाग प्रमुख डा. संदीप तिवारी ने बताया कि स्पाइन में नर्व हार्ट,सोल्डर आैर शरीर के अन्य भागों में जाती है। ऐसे में अगर कोई नर्व में दिक्कत होती तो मरीज कोमा में जा सकता था। इसके अलावा एक्सरे में आहारनली तो कम लेकिन श्वसननली दिक्कत में आ सकती थी। इसके लिए करीब तीन घंटे तक कई तकनीक से जांच करायी गयी, लेकिन बात नहीं बनने पर लोकल एनेस्थिसिया देकर आधे घंटे में ही पेंचकस निकाल दिया गया।

मरीज की स्पाइन में हल्की इंजरी की सर्जरी ठीक किया गया आैर दूसरे दिन मरीज बोल रहा था आैर बिल्कुल ठीक था। उन्होंने बताया कि ड्रग लेने का आदी होने की आशंका को देखते हुए पुलिस को सूचना देकर उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। सर्जरी करने वाली टीम में डा समीर मिश्रा, डा यादवेंद्र, डा, अनीता, और डा. हेमलता समेत अन्य स्टाफ शामिल था।

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