मौके पर नही मिलता स्ट्रेचर, पीआरओ भी दे देता है टेलर

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लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी ट्रॉमा सेंटर में व्यवस्था सुधर नहीं पा रही है। यहां पर मरीजों को अंदर ले जाने के लिए स्ट्रेचर भी आसानी से मुहैया नहीं हो पा रहा है।

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बृहस्पतिवार सुबह गंभीर हालत में लाए मरीज को लेकर तीमारदार गोद में उठाकर कैजुल्टी तक लाए। डॉक्टर ने बिना स्ट्रेचर अंदर लाने से रोक दिया। परेशान तीमारदारों ने ट्रॉमा पीआरओ आफिस पहुंचकर स्ट्रेचर दिलाने कर गुहार लगायी तो पीआरओ ने तीमारदार से दो टूक जवाब दिया कि खुद स्ट्रेचर तलाशों… कह रवाना कर दिया। तीमारदार इसकी शिकायत अधिकारियों से की तो जांच का आश्वासन दे दिया गया। बताया जाता है कि ट्रामा सेंटर में कुछ पीआरओ सिर्फ कुछ खास अधिकारियों की सुनते है। उनकी शिकायतों को ध्यान नहीं दिया जाता है।
केजीएमयू कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने कुछ अर्सा पहले ट्रॉमा सेंटर में दान किये गये स्ट्रेचर को स्वीकार करते हुए दावा किया था कि यहां पर करीब 250 से अधिक स्ट्रेचर हैं। मरीजों व तीमारदारों को इसकी दिक्कत नहीं होगी। फिर भी तीमारदार मरीजों को गोद में उठाकर या पीठ में टांगकर ले जाना पड़ता है।

बृहस्पतिवार सुबह करीब 6 बजे अलीगंज से आई महिला मरीज अनीता को तीमारदार भर्ती कराने लेकर आए । इमरजेंसी से लेकर ज्यादातर सभी फ्लोर तक स्ट्रेचर के लिए तलाश करते हुए भागते रहे। मगर वह नहीं मिला थक हारकर पीआरओ के पास मदद के लिए फरियाद के लिए गए, उसने दो टूक कहा कि खुद ही स्ट्रेचर तलाशों । इस परेशान तीमारदारों की पीआरओ से बहस कहा सुनी में बदल गयी। मामला बढ़ा तो मौजूद दूसरे कर्मचारियों ने करीब आधे घंटे बाद स्ट्रेचर लाकर दे दिया। तब मरीज इमरजेंसी के बाहर में जमीन पर ही पड़ा रहा। यह सब मामला शांत ही हुआ था कि वहीं कुछ ही देर बाद गोंडा से आए मरीज सर्वेशरम पांडेंय (35) को स्टे्रचर नहीं मिला तो तीमारदार गोद में उठाकर कैजुल्टी में लाए।

जहां डॉक्टरों ने बिना स्ट्रेचर भर्ती लेने से मना कर दिया। तीमारदार मरीज को पीआरओ आफिस सामने जमीन पर लिटाकर स्ट्रेचर तलाशने चले गए। काफी देर बाद स्ट्रेचर मिलने बाद मरीज को कैजुल्टी में अंदर भर्ती लिया गया। वहीं तीमारदारों ने इसकी शिकायत सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार से की। सीएमएस का कहना है कि पीआरओ से जानकारी ली जाएगी। जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। बताया जाता है कि कुछ तीमारदारों ने दोपहर में फरियाद के लिए फोन मिलाया तो पता चला कि डा. शंखवार आपरेशन थियेटर में है। जब कि लोगों ने देखा कि डा. शंखवार ओटी में होकर प्रशासनिक भवन में होली समारोह में शिरकत करने गये थे।

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