लखनऊ। प्रदेश के विभिन्न सरकारी मेडिकल कॉलेजों में लम्बे समय से अनुपस्थित चल रहे लगभग 30 डॉक्टरों की सेवायें समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। नोटिस और जांच के बाद सुधारना आने पर इन डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन के निर्देश दिये हैं।
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ रजनीश दुबे ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इन सभी शिक्षकों को नोटिस जारी कर सेवायें समाप्त करने की कार्यवाही शुरू कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि ये सभी डॉ बिना अनुमति लिए अनाधिकृत रूप से लम्बे समय से अनुपस्थित चल रहे हैं, जिसके कारण राजकीय मेडिकल कालेजों एवं चिकित्सालयों में इलाज और अध्ययन की समस्या आ रही थी।
श्री दुबे ने बताया कि जिन चिकित्सा शिक्षकों के विरुद्ध कार्यवाही की गयी है ,उनमें जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर के 8, एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा के 6, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज, मेरठ के 3, राजकीय मेडिकल कॉलेज कन्नौज के 4, मेडिकल कॉलेज जालौन, गोरखपुर व आजमगढ़ के 1-1 चिकित्सा शिक्षक शामिल हैं। इसके अतिरिक्त हृदय रोग संस्थान, कानपुर के 3 चिकित्सा शिक्षक और जेके कैन्सर इन्स्टीट्यूट, कानपुर के 3 चिकित्सा शिक्षकों के विरुद्ध कार्यवाही प्रारम्भ की गयी है। बताया जाता है अन्य डॉक्टरों के खिलाफ जांच की जा रही है।
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