केजीएमयू में टीबी की नई दवा का हुआ शुभारम्भ

0
893
Diagnosis - Tuberculosis. Medical Report with Composition of Medicaments - Red Pills, Injections and Syringe. Selective Focus.

लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ के रेस्पीरेट्री मेडिसन विभाग में प्रदेश राज्य के नोडल डीआरटीबी सेंटर द्वारा बिडाकुलीन नामक नयी दवा का मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस (एमडीआर टी बी) मरीजों के उपचार के लिए शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री महेन्द्र सिंह ने राज्य को क्षय मुक्त राज्य बनाने हेतु हम सबका मनोबल बढ़ाया और मार्गदर्शन किया।

Advertisement

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम को पूर्ण समर्थन एवं सहयोग दिया जाएगा। इस अवसर पर माननीय मंत्री जी द्वारा एमडीआर टीबी के एक रोगी को बिडाकुलीन की प्रथम खुराक दी गई। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एमएलबी भटट् ने इस अवसर पर कहा कि क्षय रोग नियंत्रण हेतु केजीएमयू क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम को पूर्ण समर्थन देगा।

प्रदेश क्षय रोग नियंत्रण टास्क फोर्स के चेयरमेन एवं रेस्पीरेट्री विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा 2025 तक टीबी मुक्त भारत की घोषण की जा चुकी है। इस संबंध में नवीन टीबी नोटिफिकेशन, निःक्षय पोषण योजना के अंतर्गत प्रत्येक टी बी के मरीज को 500 रूपए प्रतिमाह की दर से पोषण भत्ता तथा टीबी के रोगियों की सक्रिय खोज जैसी योजनाएं प्रारम्भ की गई हैं।

डॉ. सूर्यकांत ने बताया कि टीबीया क्षय रोग एक प्रमुख विश्वव्यापी स्वास्थ्य समस्या है। दुनिया के 27 प्रतिशत टीबी के मरीज भारत में रहते हैं। देश के लगभग 25 प्रतिशत ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस के मरीज प्रदेश में हैं। पूरे प्रदेश में 16,500 ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस के मरीजों का उपचार चल रहा है, जिसमें से 900 मरीज एक्सडीआर के हैं। प्रदेश में 141 सीबी नाट की मशीनें हैं तथा पांच कल्चर्ड डीएसटी लैब हैं, जहां टी.बी के मरीजो का इलाज होता है। बिडाकुलीन एक नई दवा है, जो ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस के मरीजों के लिए बनाई गई है।

प्रोग्रामेटिक मैनेजमेंट ऑफ ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस पीएमडीटी में आरएनटीसीपी के तहत भारत में ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस के लिए बिडाकुलीन का अनुमोदन प्रदान किया है। लखनऊ के बाद शीघ्र ही बिडाकुलीन का विस्तार चरणों में सम्पूर्ण प्रदेश में किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि नई दवा बिडाकुलीन के प्रयोग से एमडीआर टीबी के उपचार में प्रभावी मदद मिलेगी।

इस अवसर पर स्टेट टीबी अफसर डॉ .संतोष गुप्ता ने कहा कि केजीएमयू में आने वाले सभी मरीजों को प्रदेश क्षय रोग नियंत्रण इकाई द्वारा नियमित दवाएं प्रदान की जाएंगी तथा हर संभव मदद की जाएगी। इस कार्यक्रम में विधायक डॉ. हरेन्द्र प्रताप सिंह और अपने विचार व्यक्त किए। इस कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसएन शंखवार, कम्यूनिटी मेडिसन विभाग के डॉ. एसके सिंह, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. बी के सिंह, रेस्पेरेट्री मेडिसन विभाग के प्रो. आरएस कुशवाहा, प्रो. राजीव गर्ग, डॉ. अजय कुमार वर्मा, डॉ .आनन्द श्रीवास्तव, डॉ. दर्शन बजाज, पोलमोनरी एवं क्रिटिकल केयर विभाग के डॉ. वेद प्रकाश, डॉ. उमेश त्रिपाठी के साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा क्षय रोग नियंत्रण में कार्यरत विभिन्न कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.

Previous articleकेजीएमयू में इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस ने प्रशिक्षण कार्यक्रम
Next articleतितली ने ढाया कहर, आठ की मौत

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here