लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में मरीजों से शुल्क के नाम फर्जी वसूली रूक नहीं रही है। आईटी सेल के कर्मचारी केजीएमयू के कर्मचारियों को भी फर्जी वसूली में नहीं छोड़ते है। अब ट्रामा सेंटर में भर्ती शुल्क नहीं होने के बाद भी पचास रुपये मरीजों से पंजीकरण के नाम पर शुरू वसूले जा रहे थे। इसकी शिकायत होने के बाद भी केजीएमयू प्रशासन ने हमेशा की तरह जांच कमेटी गठित कर दी है। केजीएमयू के लॉरी कार्डियोलॉजी, क्वीनमेरी अस्पताल में आईटी सेल के संविदाकर्मी लगातार शुल्क में गड़बड़ी करते आ रहे है। केजीएमयू प्रशासन शिकायतों से खुलासा होने के बाद जांच कमेटी गठित करके गड़बड़ियों पर दबाने की कोशिश शुरू हो जाती है। यहां तक संविदा कर्मी को कुछ दिन तक निलम्बित करने के बाद कहीं आैर तैनाती दे दी जाती है।
अब ट्रामा सेंटर में भर्ती शुल्क निशुल्क होने के बाद भी भर्ती शुल्क पचास रुपये जमा कराये जा रहे थे। केजीएमयू के कुलसचिव कार्यालय में तैनात स्थायी कर्मी जब अपने रिश्तेदार को भर्ती करा कर पर्चा बनवाने गया तो पता चला कि शुल्क नही होने बाद भी भर्ती शुल्क के नाम पर पचास रुपये वसूल लिये गये। जब कर्मी ने इसका विरोध किया तो काउंटर पर तैनात कर्मी ने फटकार लगाते हुए अन्य लोगों द्वारा पचास रुपये जमा करने का हवाला दिया आैर पचास रुपये भर्ती शुल्क जमा करा लिया।
इलाज कराने की जल्दी में कर्मी ने पचास रूपये देने के बाद जब इसकी जानकारी की तो पता चला कि भर्ती शुल्क निशुल्क है। भर्ती पर्चे पर शुल्क जीरो दर्ज है, लेकिन मरीजों व तीमारदारों को बेवकूफ बना कर शुल्क जमा कराया जा रहा है। बताया जाता है कि भर्ती शुल्क के नाम फर्जी शुल्क जमा कराने का काम कई दिन से चल रहा है। कर्मचारी परिषद के महामंत्री प्रदीप गंगवार ने केजीएमयू कु लपति, कुलसचिव व आईटीसेल को पत्र लिख कर शिकायत की गयी है।
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