मरीज की मौत, हंगामा,अस्पताल पर लटका ताला

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लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में दलाल किसी तरह मरीजों को निजी अस्पताल में भर्ती करा कर लूटते है, इसका उदाहरण बुधवार को मड़ियांव स्थितजीवन दीप हॉस्पिटल बुधवार को मरीज की मौत से आक्रोशित तीमारदारों ने जमकर हंगामा किया। तीमारदारों का आरोप है एक दिन पहले डाक्टर मरीज को केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर से बेहतर इलाज कराने का दावा करते हुए अस्पताल लाए थे। मरीज की मौत के हंगामे से डाक्टर व स्टाफ अस्पताल छोड़कर भाग निकले। सूचना पाक र पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी, जब कि तीमारदारों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। अस्पताल का पंजीकरण न होने पर सीएमओ की टीम ने पहुंच कर ताला लगा दिया है। बताया जाता है कि मरीज एचआईवी पाजिटिव था, हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम इसकी जांच कर रही है।

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मड़ियांव खदरी के निवासी मरीज सतीश ( बदला नाम) (30) टीबी सहित कई आैर गंभीर बीमारी से पीड़ित था। परिजनों ने हालत बिगड़ने 30 जुलाई को केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया था। परिजनों का आरोप है कि वहां पर सहीं इलाज नहीं मिला, मरीज को बेहतर इलाज दिलाने का निजी अस्पताल के डाक्टर अच्छा इलाज देन का बताकर अपनी गाड़ी से मरीज को लादकर मंगलवार को अस्पताल ले आए। पिता का आरोप है कि डॉक्टरों ने पहले काउंटर पर पांच हजार रुपए नगद जमा कराए। बाकी जांच पड़ताल के नाम पर लगभग बीस हजार रुपए ले लिया। यहां पर भी सही इलाज न मिलने पर बुधवार सुबह करीब पांच बजे मरीज की मौत हो गयी। इससे नाराज तीमारदारों ने अस्पताल में हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामा होता देख डॉक्टर व स्टॉफ भाग निकले। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने तीमारदारों को शांत कराया।

सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने कहना है कि जांच में अस्पताल का लाईसेंस नहीं है। अस्पताल एक और मरीज मिला था, जिसे परिजन लेकर घर चले गए हैं। फिलहाल अस्पताल में ताला लटका दिया गया है। इस मामले की जांच कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि मरीज के इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई। मरीज गंभीर बीमारी से ग्रसित था। मरीज की मौत बाद तीमारदारों ने स्टॉफ व डॉक्टर से मारपीट करने पर सभी लोग भाग खड़े हुए।

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