बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दवा और एंबुलेंस की ना हो कमी: स्वास्थ्य मंत्री

0
807

लखनऊ. प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री  सिद्धार्थ नाथ सिंह ने समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित ‘बाढ़ चौकियों’ पर कंट्रोल रूम का मोबाइल नंबर और लैंडलाइन नंबर सही ढंग से प्रदर्शित किया जाए. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि कंट्रोल रूम नंबर्स का विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए, जिससे इसकी जानकारी आम जनता को हो सके. श्री सिंह ने कहा की बारिश के दृष्टिगतअस्पतालों में साफ़-सफाई की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को आवश्यकतानुसार 102 और 108 एम्बुलेंस की सेवा प्रत्येक दशा में उपलब्ध कराई जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बाढ़ का पानी नहीं घुसना चाहिए. यदि पानी आ गया तो तत्काल उसकी निकासी का प्रबंध कराया जाए.

Advertisement

श्री सिंह आज योजना भवन में वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए बाढ़ से प्रभावित जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे. उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्याप्त मात्रा में दवाइयों (जैसे- एंटी स्नेक वेनोम, क्लोरीन टेबलेट्स, ओआरएस, पेरासिटामोल, ब्लीचिंग पाउडर, एंटी रेबीज़ वैक्सीन आदि) की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए. साथ ही इंट्रा वेनस फ्लूइड दवाई की बिल्कुल भी कमी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की समस्त रिपोर्ट शाम 4 बजे तक शासन को उपलब्ध कराएं, जिससे शासन स्तर से मोनिटरिंग की जा सके. उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसर में विद्युत दुर्घटना न हो, इसके लिए उचित कदम उठाये जाएं. श्री सिंह ने कहा कि बाढ़ के कारण उत्पन्न होने वाली संक्रामक बीमारियों से निपटने के लिए सभी इंतज़ाम किया जाएं. साथ ही अन्य सम्बंधित विभागों से सामंजस्य स्थापित कर बाढ़ पीड़ितों को मूलभूत सुविधायें प्राथमिकता से उपलब्ध कराई जाएं.

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बाढ़ चौकियों पर तैनात किये गए कर्मचारी टीम भावना के साथ कार्यरत रहें और अपने दायित्यों का निर्वहन पूरी इमानदारी एवं निष्ठा से करें. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार दवाइयों की उपलब्धता की स्टॉक पोजीशन की फिजिकल वेरिफिकेशन भी किया जाए. उन्होंने कहा कि बाढ़ से सम्बंधित पूरी व्यवस्था सिर्फ कागज़ पर ही नहीं बल्कि धरातल पर भी होनी चाहिए. इसमें किसी भी स्तर पर किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर सम्बंधित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी.

वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के दौरान प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री प्रशांत त्रिवेदी, सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती वी. हेकाली झिमोमी, विशेष सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री जी.एस. नवीन, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री पद्माकर सिंह उपस्थित थे.
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.

Previous articleस्टडी सेंटर खोलने के लिए इग्नू और केजीएमयू का MOU
Next articleडॉक्टर पर लगा छेड़खानी का आरोप, तोड़फोड़

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here