न्यूज डेस्क। शोध में पाया गया है कि पेंट आैर वार्निश में मौजूद रसायन लोगों में नसों से जुड़ी विकृति मल्टीपल स्कलेरोसिस का खतरा बढा सकती है। इस जानकारी के लिए लम्बे समय तक शोध किया गया। इस शोध में पाया गया कि जो लोग पेंट या अन्य विलायकों (सॉल्वेंट) के संपर्क में आने वाले लोगों में ऐसे लोगों के मुकाबले मल्टीपल स्कलेरोसिस होने का खतरा 50 प्रतिशत ज्यादा बढ जाता है जो इसके संपर्क में बिलकुल नहीं आते।
मल्टीपल स्कलेरोसिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें दिमाग आैर रीढ के नसों का सुरक्षा कवच नष्ट हो जाता है। अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि जिन लोगों में मल्टीपल स्कलेरोसिस का खतरा पैदा करने वाले वंशाणु होते हैं आैर जो विलायकों के संपर्क में रहते हैं, उनमें यह बीमारी होने का खतरा सात गुणा ज्यादा बढ जाता है।
इसके अलावा अगर कोई साथ ही उन्होंने बताया कि जो लोग धूम्रपान करते हैं उनमें यह खतरा आैर ज्यादा बढ जाता है।
अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि धूम्रपान करने वाले जो लोग विलायकों के संपर्क में रहते हैं, जिनमें इस बीमारी से संबंधित वंशाणु होते हैं उनमें यह जोखिम उन लोगों के मुकाबले 30 प्रतिशत तक ज्यादा बढ जाता है जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया या जो कभी विलायकों के संपर्क में नहीं रहे आैर जिनमें ऐसे वंशाणु नहीं थे। यह अध्ययन ‘ न्यूरोलॉजी ” पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
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