लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में एक दिन पहले कर्मचारी और मेडिकोज के आपसी झगड़े में अारोपी मेडिकोज पर कार्रवाई होने से आक्रोशित कर्मचारियों ने सुबह से काम- काज ठप करके हड़ताल कर दी। हड़ताल के दौरान ब्लड कलेक्शन के अलावा लगभग सभी विभागीय काम ठप हो गये। लगभग आठ घंटे तक चली हड़ताल में ट्रामा सेंटर की इमरजेंसी सेवाएं भी ठप कर दी गयी। समय पर सही इलाज न होने से एक मासूम सहित चार मरीजों ने दम तोड़ दिया। इसके बाद केजीएमयू प्रशासन से वार्ता के बाद हड़ताल वापस हो गयी। कर्मचारी परिषद के अधिकारियों का कहना है कि केजीएमयू प्रशासन ने वार्ता के बाद आरोपी मेडिकोज पर कार्रवाई करने सहित अन्य मांगों को भी पूरा करने का आश्वासन दिया है। इस अप्रिय स्थित से निपटने के लिए ट्रामा सेंटर सहित कु लपति कार्यालय पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
बुधवार को डॉक्टरों द्वारा कर्मचारियों से मारपीट के बाद कर्मचारी परिषद ने चेतावनी दी थी कि बृहस्पतिवार को सुबह तक अगर मेडिकोज पर कार्रवाई नहीं होती है तो हड़ताल पर जाने को मजबूर होगे। कार्रवाई होने की आशंका पर सुबह मेडिकोज कुलपति से मिलने कार्यालय पहुंच गये। यहां पर उनके वार्ता हो रही थी कि इस बीच कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए कुलपति कार्यालय पहुंच गये। यहां पर मेडिकोज व कर्मचारियों की तीखी नोंक – झोंक भी हो गयी। इस दौरान एक कर्मचारी चोटिल भी हो गया। इसके बाद आक्रोशित कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी। इससे पहले नाराज कर्मचारियों ने ब्लड कलेक्शन लैब को नहीं खोला आैर वहां ताला लगा दिया, जिससे जांच कराने आए मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मेडिकोज पर कार्रवाई की मांग पर अड़े कर्मचारियों ने कुलपति प्रो. एम.एल.बी. भट्ट के आश्वासन को भी दरकिनार कर दिया। परिसर में प्रदर्शन करने के बाद ट्रामा की इमरजेंसी सेवा को ठप करा दिया गया। । इस दौरान भर्ती मरीजों का तो इलाज में दिक्कते शुरु हो गयी।
नर्सिंग स्टाफ, रेजीडेंट व अन्य डाक्टर तो काम कर रहे थे, लेकिन पैरामेडिकल आैर क्लीनिकल व्यवस्था से जुड़े कर्मचारियों ने काम न करने से मुसीबत बढ़ गयी। उधर ट्रामा सेंटर के बाहर गेट न खुलने इमरजेंसी में पहुंच रहे मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा था। इसी बीच अयोध्या से गंभीर हालत में पहुंची 13 माह की मासूम बच्ची लाविका की मौत हो गई। लाविका को तत्काल ऑक्सीजन के साथ इलाज की आवश्यकता थी। बच्ची को बचाने के लिए प्राइवेट एम्बुलेंस के ड्राइवर ने खुद का ऑक्सीजन सिलेंडर तो दिया ,लेकिन इलाज न मिलने से मौत हो गयी। गैर जनपद से इलाज कराने पहुंचे सैफदुदीन को परिजन जब तक कही आैर ले जाते उसकी मौत हो गई। इसके अलावा शाहजहांपुर से आयी संध्या, लखीमपुर से पहुंचे हरीलाल ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया। देर शाम तक ट्रामा सेंटर में भर्ती न होने की कारण से करीब दौ सौ से ज्यादा मरीज अब तक लौट ाये जा चुके थे।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.