लखनऊ। गोमती नगर के डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के विशेषज्ञ न्यूरो सर्जन्स ने ज्वाइंट लेफ्ट इंटर्नल कैरोटिड आर्टी एनोरिज्जम बीमारी का जटिल सर्जरी करके किशोर को नया जीवन दे दिया। विशेषज्ञों ने एंडोवैस्कुलर तकनीक से ऑपरेशन किया गया। विशेषज्ञों का दावा है कि इस प्रकार की जटिल सर्जरी बहुत कम सरकारी संस्थानों में की जाती है। जहां खर्च बहुत कम आती है, जब कि निजी क्षेत्र के संस्थानों में 18 से 20 लाख रुपये तक का खर्च अाता है।
वरिष्ठ डा. दीपक सिंह ने बताया कि मऊ निवासी सत्रह वर्षींय के रोहित के सिर में तेज दर्द होने लगा था। सिर दर्द की दवा लेने के बाद उसका दर्द ठीक नहीं हो रहा था आैर आंखों की नजर भी कमजोर हो रही थीं। स्थानीय डाक्टरों की दवा काम नहीं आ रही थी आैर इस बीच बाई ओर की पलक में हरकत ही बंद हो गई थी। इसके बाद तो वह एक ही आंख से वह देख पा रहा था। परिवारीजनों ने स्थानीय डाक्टरों ने इलाज के साथ तमाम जांच भी करायी लेकिन मर्ज का पता ही नहीं चल पाया। लगातार बिगड़ती हालत में परिजन रोहित को लेकर लोहिया संस्थान पहुंचे। यहां न्यूरो सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. दीपक सिंह और डॉ. राकेश सिंह के संयुक्त निर्देशन में इलाज शुरू हुआ।
रोहित को दस जनवरी को डॉक्टरों ने भर्ती करने के बाद सीटी एंजियोग्राफी जांच कराई। जांच में देखा गया कि सिर में ब्लड की आपूर्ति करने वाली बाई तरफ की रक्त वाहिका का एक तरफ का हिस्सा फूल गया। यह गुब्बारे की तरह फूला था आैर उस फूले हुए स्थान में लगातार ब्लड एकत्र हो रहा था। इस कारण दिमाग की दूसरी नसों पर प्रेशर बढ़ता जा रहा था।
डॉ. राकेश ने बताया कि दिमाग में ब्लड का बैलून बनने के कारण बाई ओर की पलक में हरकत बंद हो गई थी। पलक झुक गई थी। मरीज दाहिनी आंख ही ठीक से काम कर रही थी। इस कारण सिर में लगातार दर्द बना रहता था। उसकी दर्द की पढ़ाई भी ठप हो गई थी।
डॉ. सिंह ने बताया कि जांच के बाद सर्जरी की सलाह दी गई। सर्जरी में दाहिनी जांघ की नर्व से दिमाग तक एक विशेष प्रकार तार व दूरबीन डाली गई। उन्होंने बताया कि मेडिकल साइंस में इस बीमारी को ज्वाइंट लेफ्ट इंटर्नल कैरोटिड आर्टी एनोरिज्जम कहते हैं आैर यह जटिल बीमारी है। उन्होंने बताया कि इसकी सर्जरी एंडोवैस्कुलर तकनीक से की गयी। सर्जरी में रक्त वांिहका के जिस भाग में सूजन आ गई थी आैर गुब्बारा बन गया था। उसके थोड़ा ऊपर व नीचे के भाग में स्टंट डाला गया। इससे ब्लड का प्रेशर को गुब्बारे वाले भाग में रोका दिया गया। उन्होंने बताया कि ब्लड सर्कुलेशन अन्य किसी भाग में जाने से रोक दिया गया। उन्होंने बताया कि इस सर्जरी के बाद मरीज बिल्कुल ठीक है।
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