लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर प्रमुख का पद भार सम्हालने के बाद डा. संदीप तिवारी ने मरीजों के तत्काल इलाज के लिए प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था में फेरबदल करने का निर्णय लिया है। मरीज की जांच के साथ ही उसे सम्बधित बीमारी का इलाज विशेषज्ञ डाक्टर तत्काल शुरू कर दिया जाएगा। सेंटर में चार सौ पचास से ज्यादा बेड है आैर 90 प्रतिशत मरीजों की भर्ती ट्रामा सेंटर के माध्यम से ही हो रही है। आकंड़ों के अनुसार यहां पर तीन सौ से ज्यादा मरीजों की भर्ती होती है। इसके अलावा आस-पास जनपदों से भी गंभीर मरीज यहां आते है। सभी गंभीर मरीजों को भर्ती करने का दबाव भी रहता है। डा. संदीप तिवारी ने बताया कि अभी तक मरीजों को सबसे पहले कैजुअल्टी में लाया जाता है।
यहां पर मरीजों को जांच कराने के लिए भेज दिया जाता है आैर उसके बाद विभाग के वार्ड में भेज दिया जाता है। अक्सर मरीज विभाग से विभाग टहलता रहता है। अब मरीज के आते ही इलाज शुरू कर दिया जाएगा। जांच कराने के साथ ही बीमारी के अनुसार विभाग से रेजीडेंट डाक्टर आकर कैजुअल्टी में ही इलाज करेंगे कि मरीज आक्सीजन लगनी है या कौन सा इंजेक्शन तत्काल देना है। इससे मरीज को तत्काल बीमारी व अन्य दिक्कत के अनुसार इलाज मिलना शुरु हो जाएगा आैर मरीजों के इलाज में देरी नहीं होगी। डा. तिवारी ने बताया कि सेंटर के बाहर सड़क का अतिक्रमण हटाया जाएगा आैर दलालों पर कार्रवाई होगी। इसके अलावा आज निरीक्षण के बाद सेंटर में खुली खिड़कियों को बंद करने व सफाई के निर्देश दे दिये गये है।
बताते चले कि ट्रामा सेंटर प्रभारी व ट्रामा सर्जरी विभाग के प्रभारी डा. संदीप तिवारी पहले से ही ट्रामा सेंटर में सर्जरी के गंभीर मरीजों की सर्जरी करने पहुंच जाते थे। उनका कहना था कि ट्रामा सर्जरी विभाग प्रमुख होने के नाते मरीज उनकी प्राथमिकता है। इसके अलावा डा. संदीप आऊ टरीच प्रोग्राम के तहत नेपाल में भूकम्प पीड़ितों का इलाज करने गये थे। इसके अलावा स्वास्थ्य शिविर भी लगाते रहते है आैर मरीजों को इलाज मिल सके।