लखनऊ। सिरसा डेरा के गुनाहों की जड़ें यूपी में दिखाई दे रही हैं। एक तरफ गुरमीत राम रहीम बलात्कार के मामले में सजा काट रहा है,तो वहीं दूसरी तरफ राजधानी लखनऊ के बीकेटी स्थित जीसीआरजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कालेज में १४ लाशें मिलने से हड़कम्प मचा हुआ है। इस मामले की जानकारी होने के २४ घंटे बीत जाने के बाद भी प्रशासन से लेकर पुलिस तक जीसीआरजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा उपलब्ध कराये गये पत्रों के आधार पर लाशों को उनके परिजनों के जानकारी में लिया गया मान रही है। इस मामले मेें कालेज प्रबंधन द्वारा १४ लाशों के जो कागजात पुलिस को दिये हैं उसमें सभी १४ बॉडी मार्च व जून माह की बताई जा रही हैं।
ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि डेरे में बिना कोई महामारी फैले दो महीने में १४ लोगों की मौत हो गयी और उनके परिवार से इजाजत लेकर सिरसा डेरा की तरफ से जीसीआरजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कालेज को बॉडी दे दी गयी। इस पूरे मामले में खुले आम जीसीआरजी इंस्टीट्यूट द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ायी गयी हैं। जानकारों की माने तों एनॉटॉमी एक्ट १९५६ में ऐसा कोई प्रविधान नहीं है कि कोई आश्रम किसी मेडिकल कालेज को देहदान कर सके। इस मामले में सिरसा डेरा तथा जीसीआरजी मेडिकल कालेज की आपसी मिलीभगत में अमानवीयता की बू आ रही है।
एमसीआई एक बार रद्द कर चुका है जीसीआरजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कालेज की मान्यता
एमसीआई ने जनवरी माह में जब जीसीआरजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कालेज का दौरा किया था तो यहां पर सिर्फ एक लाश थी। उसके बाद एमसीआई ने इस कालेज की मान्यता रद्द कर दी थी। अपनी मान्यता को बचाने के लिए जीसीआरजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कालेज ने हाईकोर्ट में शरण ली थी। कोर्ट के आदेश पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की समिति ने जीसीआरजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कालेज के दस्तावेजों की जांच की तो खुलासा हुआ। समिति के अनुसार जनवरी २०१७ से अगस्त २०१७ के जीसीआरजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कालेज के पास १४ शवों का न ही कोई मृत्यु प्रमाण पत्र था और न ही अन्य अनुमति ली गई थी।
हालाकि कालेज प्रबंधन का दावा है कि उसके पास सभी शवों के पूरे दस्तावेज मौजूद हैं। राजधानी के बीकेटी क्षेत्र में स्थित इस मेडिकल कॉलेज में भेजे गए शव सिरसा डेरा में मरे हुए लोगों के हो सकते हैं। इन्हें ठिकाने लगाने के लिए मेडिकल कॉलेज सबसे सही जगह मानी जा रही है। इसीलिए किसी को इसकी भनक न लगे और शवों को बड़े सुनियोजित ढंग से यहां भेज दिया गया।
डेरा से आये शवों के मामले की जांच कर होगी कार्रवाई: सिद्धार्थनाथ
लखनऊ डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के डेरा सिरसा से राजधानी के जीसीआरजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में १४ शवों को भेजने के खुलासे के बाद प्रदेश सरकार के मंत्री सिद्घार्थनाथ सिंह ने गम्भीर रुख अपनाते हुये मामले की जांच कर सख्त कार्यवाई करने की बात कही है।
प्रदेश सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि सिरसा से लखनऊ में लायी गईं लाशों के मामले को सरकार सख्त कदम उठायेगी। सिरसा डेरा से भेजी गयी लाश में कानून का उल्लघंन हुआ है। डेरा का मामला काफी संगीन है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जहां कानून का उल्लंघन होगाए सरकार अपना काम करेगी। जो भी दोषी पाया जायेगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।