लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल के बाल रोग विभाग में आक्सीजन मास्क हटने से आठ वर्षीय बच्चे की मौत का मामला उजागर हुआ है। परिजनों का आरोप है कि वार्ड की फर्श साफ करने के लिए पलंग हटाने के दौरान कुछ देर के लिए आक्सीजन मास्क भी हटा दिया गया था। कुछ देर बाद मास्क लगा तो दिया गया, लेकिन कुछ देर बाद बच्चे की सांस थम गयी। डाक्टरों का कहना था कि बच्चा हाईग्रेड फीवर व सेप्टीसीमिया से पीड़ित था। वार्ड में भी इसकी चर्चा थी कि अगर मास्क न हटाया गया तो शायद वह बच सकता था। इस बारे में निदेशक बलरामपुर अस्पताल डा. राजीव लोचन का कहना है कि एक- दो मिनट के लिए आक्सीजन मास्क को हटाये जाने से मौत नहीं हो सकती है। बीमारी के कारण बच्चे की मौत हुई होगी।
सीतापुर निवासी शकूर को उसकी खाला शमीमों शुक्रवार को बेहोशी की हालत में बलरामपुर अस्पताल लेकर आयी थी। आठ वर्षीय शकूर मैगी बनाते वक्त पैर पर गरम पानी गिरा बैठा था। घुटने के नीचे पैर जलने के कारण उसे स्थानीय डाक्टर से इलाज चल रहा था। अचानक कुछ दिन पहले दवा खाने के बाद वह बेहोश हो गया आैर स्थानीय डाक्टर ने केजीएमयू रेफर कर दिया। उसका आरोप है कि वहां पर उसे भर्ती करने से मना कर दिया गया। वह बलरामपुर अस्पताल पहुंचा तो भर्ती करने उसका इलाज शुरू कर दिया गया। लेकिन यहां पर उसकी हालत में सुधार भी हो रहा था। खाला शमीमों का आरोप है कि दोपहर के वक्त वार्ड की सफाई की जा रही थी तब उसके आक्सीजन मास्क लगा हुआ था। उसकी के बदौलत वह सांस ले पा रहा था। उनका कहना है कि वार्ड में सफाई के वक्त पलंग को हटाया गया तो उस पर लेटा बच्चा भी हट गया। इस दौरान उसका आक्सीजन मास्क भी हट गया।
सफाई के बाद आक्सीजन मास्क लगा दिया। पर कुछ देर पर उन्हें अहसास हुआ कि उसकी सांस नहीं चल रही है। उन्होंने डाक्टरों को बुलाया कुछ देर बाद डाक्टर तो आये लेकिन उन्होंने उसे मृत घोषित कर दिया। बिस्तर के आस-पास लेटे लोगों को यकीन नही हो रहा था कि उसकी मौत हो चुकी है। परिजनों को बताया कि हालत गंभीर काफी थी। परिजन के अलावा अन्य लोग भी चर्चा कर रहे थे कि गंभीर हालत में बच्चे का आक्सीजन मास्क हटाया गया तो मौत हो सकती है। इस बारे में जब अस्पताल के निदेशक डा. राजीव लोचन से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि बच्चे को डा. आरएम त्रिपाठी व डा. अतुल मेहरोत्रा इलाज कर रहे थे। जानकारी के अनुसार वार्ड की सफाई के वक्त बच्चे का मास्क नहीं हटाया गया था। बच्चा पहले से ही गंभीर हालत में बीमार था।