लखनऊ। केजीएमयू के लॉरी कार्डियोलॉजी विभाग में चल रही अल्ट्रासाउंड मशीन का पंजीकरण का नवीनीकरण दो वर्षो से नहीं कराया गया है। इसकी जानकारी तब हुई जब नयी मशीन लगाते वक्त कम्पनी ने पंजीकरण नम्बर मांगा तो लॉरीकार्डियोंलाजी विभाग नहीं दे सका। स्वास्थ्य विभाग से जब पंजीकरण नवीनीकरण करने के लिए कहा तो उल्टे उनसे ही दो वर्ष तक का हिसाब किताब मांग लिया है। लॉरी कार्डिंयोलॉजी विभाग में अल्ट्रासाउंड मशीन लगी है। इस मशीन का पंजीकरण का नवीनीकरण वर्ष 2015 के बाद से अभी तक नहीं कराया गया है।
इसकी जानकारी भी सीएमओ कार्यालय को नहीं भेजी गयी है। ऐसे में विभाग ने बिना स्वास्थ्य विभाग को सूचना दिये नयी अल्ट्रासाउंड मशीन को लगाने की कवायद शुरु कर दी, जबकि नयी मशीन लगाने की अनुमति स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन के साथ गठित टीम ही देती है। इसके पहले स्वास्थ्य विभाग अधिकारी मौका मुआयना करके मशीन की संस्तुति करती है। कम्पनी ने अल्ट्रासाउंड मशीन लगाने की तैयारी शुरू कर दी आैर एनमौके पर मशीन के लिए पंजीकरण की मांग लॉरी कार्डियोलॉजी विभाग से की। इस पर वह नहीं दे पाये तो कम्पनी ने मशीन लगाने से इनकार कर दिया।
इस पर लॉरी कार्डियोलॉजी विभाग ने स्वास्थ्य विभाग से तत्काल अल्ट्रासाउंड के लिए पंजीकरण का नवीनीकरण करने के लिए कहा। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने लॉरी कार्डियोलॉजी विभाग से दो वर्षो का हिसाब किताब मांग लिया तो वह नहीं दे सके। बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग ने तो अल्ट्रासाउंड मशीन को सील करने की तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन लॉरी कार्डियोलॉजी में मरीजों की दिक्कत को देखते हुए मशीन को सील नहीं किया गया है। बताया जाता है कि अब होने वाली बैठक में नयी अल्ट्रासाउंड मशीन का मुद्ा रखा जाएगा।