लखनऊ .बहराइच के जंगलों में मिली मोगली गर्ल को इलाज के लिए आज लखनऊ लाया गया . 108 एंबुलेंस बच्ची को बहराइच से लेकर लखनऊ पहुंची. यहां उसे इंदिरा नगर के तकरोही स्थित निर्माण मानसिक रोग हॉस्पिटल मैं भर्ती कराया गया .यहां पर उसको बहराइच से लाने वाली पुलिस टीम व उसकी देखभाल करने वाली महिलाएं प्रतिमा उसको छोड़कर जाते वक्त रो पड़ी हास्पिटल के प्रबंधक SS ढोपला ने बताया की पहले बच्ची का मेडिकल चेकअप कराया जाएगा उसके बाद उसके रहन सहन व्यवहार आदि में दवाओं तथा डॉक्टर सहयोगी की मदद से ठीक किया जाएगा .उन्होंने बताया जंगल में रहने के कारण उसके व्यवहार व खान पान में अंतर आ गया है वह किन कारणों से वह कितने वर्षों से जंगल में रही यह बताना मुश्किल होगा उन्होंने बताया यह किसी जाति धर्म से नहीं है इसलिए इसका नाम अब एहसास होगा.
यह बच्ची 11 वर्ष की है और 25 जनवरी को कर्तनिया के जंगल में मिली थी उसके बाद से जिला अस्पताल में इलाज चल रहा था . मोगली गर्ल की खबर प्रकाशित होने के बाद उसका हाल-चाल लेने बहराइच में जिलाधिकारी व पुलिस अधिकारी भी बच्ची का हालचाल लेने देव अस्पताल पहुंचे थे . जिलाधिकारी ने उसको नया नाम ’वन दुर्गा’ देने की चर्चा की. और उन्होंने कहा कि विश्व में अभी तक आठ मामले ऐसे सामने आये है और यह यू पी का पहला मामला लगता है।
जिला अधिकारी अजय दीप सिंह ने कहा कि इसके हाओ-भाव देखने से लगता है कि यह काफी समय से मानव जाति के बीच नहीं रही है, यह मामूली ह्यूमन बींग की हरकते कर रही है लेकिन उनको डेवलप करने की आवश्यकता है उन्होंने कहा कि यह वाइल्ड लाइफ के जानकार लोगों के लिए एक बेहतर केस स्टडी है, क्योकि कैसे एक जीवन जंगल में रह कर ग्रो कर गया क्योंकि जब यह यहाँ आयी थी तो चारों हाथ और पैरों से चलती थी लेकिन इसमें सुधार हो रहा है हम इसके लिए कोई एजेन्सी देख रहे है ताकि इसका बेहतर सुधार हो, उन्होंने आगे कहा कि बहराइच इसकी देख-रेख के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है क्योंकि इसके लिए सायक्लोजिस्ट की जरूरत है।