लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में पांच अक्टूबर की रात में चोरी छिपे बाहर जा रहे ट्रक में लादे गये सामान की जांच रिपोर्ट कमेटी ने प्रशासन को सौप दी गयी है। केजीएमयू सूत्रों की मानें तो जांच कमेटी ने लगभग 60 पन्ने की रिपोर्ट में लाखों रुपये की एलईडी लाइट व जनरेटर के चोरी की जानकारी दी है। सूत्रों की माने तो जांच में यह स्पष्ट हो गया हंै कि इंजीनियर एस पी सिंह के संरक्षण में लाखों रुपये का सामान केजीएमयू परिसर से बाहर जा रहा था। जांच में कई आैर बातों का भी खुलासा किया गया है। इसी के साथ नेडा के अधिकारियों द्वारा जांच के लिए सिफारिश की गयी है। अब देखना है कि केजीएमयू प्रशासन रिपोर्ट के आधार पर कितनी सख्त कार्रवाई करता हैय् या फिर ट्रामा सेंटर में आग प्रकरण की तरह निलम्बित करने अपना दामन बचा लेता है।
पांच अक्टूबर को चोरी छिपे केजीएमयू परिसर से बाहर जा रहे ट्रक की जांच शनिवार को टीम के सदस्यों ने की थी। सूत्रों की माने तो ट्रक में लादे गये सामान में नेडा द्वारा भेजी गयी एलईडी लाइटें काफी संख्या में निकली थी। इसके अलावा एक जनरेटर भी निकला है। इन सभी का अनुमानित मूल्य 34 लाख से ज्यादा अंाका गया। बताते है कि जांच टीम ने नेडा के अधिकारियांें को भी सूचना देकर एलईडी लाइटों के बारे में जानकारी मांगी थी। इसके बाद नेडा के अधिकारियों ने भी जांच बैठा दी है। बताते चले कि पांच अक्टूबर की रात में केजीएमयू से बाहर जा रहे एक ट्रक को पीआरओ ने सुरक्षा कर्मियों को बाहर जाने से रोक दिया था। ट्रक में जनरेटर क्रेन की मदद से जनरेटर लादा जा रहा था। इसके अलावा अन्य सामान भी ट्रक में लदा हुआ था। इसके बाद केजीएमयू प्रशासन ने ट्रक को जब्त करके चार सदस्यीय जांच टीम बना दी थी। जांच टीम के चार सदस्यों ने 60 पन्ने की जांच रिपोर्ट बना दी है, जिसमें लाखों रुपये की एलईडी व जनरेटर प्रकरण का विस्तार पूर्वक खुलासा किया गया है।