लखनऊ। गोमती नगर के डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी इमरजेंसी के बाहर मरीजों की दलाली नहीं थम रही है। मरीजों को बिस्तर न मिलने पर निजी अस्पतालों में बेहतर इलाज का दावा करने वाले दलालों के गिरोह में जम कर मारपीट हुई। बताया जाता है कि एक गिरोह ने दूसरे गिरोह को उसकी दलाली में दखलनदांजी को लेकर पीट दिया। लोहिया संस्थान प्रशासन का कहना है कि उनकी इमरजेंसी में ऐसा कुछ नहीं हुआ है।
लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में राजधानी ही आस-पास के क्षेत्रों से भी गंभीर मरीज आते है। यहां पर शाम के बाद बिस्तर फुल होने की स्थिति में मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद केजीएमयू के ट्रामा सेंटर या बलरामपुर अस्पताल, सिविल अस्पताल जाने का परामर्श दिया जाता है। मरीजों के बाहर निकलते ही निजी अस्पतालों के दलाल अपने यहां मरीज को शिफ्ट कराने के लिए बेहतर इलाज का दावा करके ले जाने का प्रयास करते है। बताया जाता है कि मरीज बाहर कितनी देर में निकलेगा आैर कौन सी बीमारी या एक्सीडेंट का मरीज है। इसकी सूचना अंदर से अपने -अपने स्तर से दलाल लेते है। कुछ महीनों पहले भी मरीज शिफ्टिंग को लेकर मारपीट हुई थी। इसमें इमरजेंसी के जूनियर डाक्टर व कुछ स्वास्थ्य कर्मियों पर भी आरोप लगा था। इसके बाद संस्थान प्रशासन ने सभी का तबादला कर दिया। पुलिस के स्तर पर भी जांच करके के कुछ दलालों पर कार्रवाई का दावा किया गया था।
अब फिर धीरे- धीरे मरीजों की शिफ्टिंग निजी अस्पतालों के लिए शुरु हो गयी है। बताया जाता है कि बीती रात दलालों के एक गिरोह ने दूसरे गिरोह के चार लोगों की जम कर पिटाई इस बात कर दी कि वह लोग उसके लोगों को तोड़ कर मरीजों की सूचना लेकर निजी अस्पताल मरीज भेज रहे थे। बताया जाता है कि मारपीट की घटना के बाद आपस में समझौता भी हो गया है कि दलाली सभी को करनी है।पुलिस तक भी बात न पहुंचे। इसकी कवायद की गयी।