लखनऊ। देश में सरकारी सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में संजय गांधी पीजीआई को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। पहले स्थान पर एम्स आखिर भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली को पहला स्थान हासिल किया है जबकि दूसरे स्थान पर पीजीआई चंडीगढ़ को दूसरा स्थान प्राप्त किया है। बाकी देश के निजी सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालो को देश के रैकिंग में गुणवत्ता हासिल की है।
संजय गांधी पीजीआई देश में कई वर्षों से सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालो में रैकिंग उच्च स्थान पर रहता है। इस संस्थान को देश विदेश में सुपर स्पेशियलिटी के चिकित्सकों को शिक्षा देकर मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं। इस संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए डा. बी के जोशी प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में प्रथम थे। इसके बाद पीजीआई में लगातार जटिल बीमारियों के इलाज में डाक्टर सफल होते गये। खास कर किडनी व लिवर प्रत्यारोपण में पीजीआई में अभी भी आगे है। इसके अलावा न्यूरो सर्जरी , कार्डियक सर्जरी भी जटिल से जटिल की जा रही है, जिसके लिए लोग मुम्बई , दिल्ली या अन्य शहर जाते थे।
निदेशक डॉ बी बी सेठी ने एशिया में प्रथम अस्पताल बनाने के लिए शासन प्रशासन में तीन चरणों में 1800 बेड का अस्पताल बनाने की नींव रखी थी। 28 वर्ष में अभी तक 1100 बेड के अस्पताल ने किडनी ट्रांसप्लांट तथा लिवर ट्रांसप्लांट एवं हार्ट तथा न्यूरोलाजी न्यूरो सर्जरी में मरीजों को अन्य बड़े राज्यों में या विदेश में इलाज के लिए नहीं भागना जाना रहा है।