लखनऊ। गोमती नगर स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में स्टेट का फस्र्ट मैटरनल आईसीयू जल्द ही इसे शुरू करने की योजना है। इसमें प्रसूताओं के लिए विशेष आईसीयू होगा, जहां पर उच्चस्तरी इलाज मुहैया कराया जा सकेगा। विशेषज्ञों के अनुसार प्रसव दौरान अक्सर महिलाओं में ज्यादा ब्लीडिंग होने दिक्कत आ जाती है। यहां पर मैटरनल आईसीयू से उन तत्काल इलाज आसान हो जाएगा। अब तक प्रदेश के किसी भी अस्पताल में इसकी सुविधा नहीं है। यह लोहिया के मातृ शिशु रेफरल सेंटर में शुरू होगा।
लोहिया संस्थान के एनेस्थीसिया विभाग के प्रमुख प्रो. दीपक मालवीय ने बताया कि यह मैटरनल आईसीयू तेरह बिस्तरों का शुरू करने की तैयारी है। उनका दावा है कि इसका पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा चुका है। यह हाई रिस्क प्रेग्नेंसी वाली महिलाओं के लिए जीवनरक्षक साबित होगी। उन्होंने बताया कि जिन गर्भवतियों में एनीमिया, हाईपरटेशन, प्रोटीन व यूरिया ज्यादा होता है या फिर कई बार प्रसव हो चुका है, तो उनमें अक्सर प्रसव के दौरान दिक्कतें आ जाती है। कुल गर्भवती महिलाओं में पल्मोनरी इंबोलिज्म भी होता है। हार्ट अटैक की तरह इसमें भी छाती में खून का थक्का जम जाता है। इसमें महिलाओं को तुरंत आईसीयू की जरूरत होती है।
मैटरनल आईसीयू इसमें और ज्यादा कारगर साबित होगा। हास्पिटल के अधिकारी डॉ श्रीकेश ने बताया कि मैटरनल आईसीयू बनकर तैयार हो गया है। सबसे पहले छह बिस्तरों को रन कराना शुरू करेंगे। धीरे- धीरे फिर सात अन्य बिस्तरों का संचालन होगा। इसको संचालन में प्रशिक्षक स्टाफ का मैनपावर की आवश्यकता होगी। मैन पावर के लिए शासन को प्रस्ताव भेज दिया गया है, जैसे ही उनकी नियुक्ति हो जाएगी इसे शुरू कर दिया जाएगा। यह सिर्फ लोहिया संस्थान के लिए ही नहीं बल्कि शहर के दूसरे अस्पतालों की भी गंभीर प्रसुताओं को भी मुहैया कराया जाएगा।
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