लखनऊ । लगातार सातवें वेतनमान की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने बुधवार को दो घंटे सांकेतिक हड़ताल करके धरना प्रदर्शन किया। इन दो घंटे के लिए ओपीडी सहित अन्य कार्यो का बहिष्कार भी किया। इससे ओपीडी में मरीज इलाज के लिए परेशान हो गये। कर्मचारियों का कहना है कि अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा आैर पूर्णकालिक हड़ताल की जाएगी।
केजीएमयू कर्मचारी परिषद लगातार सातवें वेतन आयोग की सिफारिश को लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे है। काला फीता बांध कर विरोध करने के बाद आज दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल की। धरना प्रदर्शन में मंत्री राधेलाल, संगठन मंत्री राकेश कुमार, उपाध्यक्ष प्रिया यादव, राजन यादव, अनिल कुमार, उमाशंकर, खालिद अख्तर आदि शामिल थे।
इस दौरान सुबह आठ से दस बजे तक कार्य बहिष्कार करते हुए केजीएमयू परिसर स्थिति गमलाघर पर धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने ओपीडी व अन्य विभागों में अपना काम ठप कर दिया। ओपीडी में सुबह के वक्त हड़ताल होने से मरीज परेशान हो गये। उधर प्रदर्शन में अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि सातवां वेतन आयोग राज्य के सभी अस्पतालों में लागू किया जा चुका है, पर अभी तक केजीएमयू, पीजीआई, डा. राम मनोहर लोहिया संस्थान व आरएमएल सैफई में लागू नहीं किया गया है, जबकि यह सभी संस्थान प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था की रीढ़ माने जाते है। महामंत्री प्रदीप गंगवार ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि शासन को सातंवा वेतनमान लागू करने की कृपा करें। यदि जल्द ही शासनादेश लागू नहीं किया गया तो जल्द ही सभी संस्थान मिलकर आंदोलन करेंगे।