न्यूज़ । अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पहली ईंट रखने वाले विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता कामेश्वर चौपाल का बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 68 वर्ष के थे।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मीडिया सेंटर की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, उन्होंने दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में अंतिम सांस ली।
चौपाल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें ”भगवान राम का अनन्य भक्त”” बताया।
मोदी ने ”एक्स” पर लिखा, ”भाजपा के वरिष्ठ नेता आैर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे एक अनन्य रामभक्त थे, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया।
प्रधानमंत्री ने लिखा, ”दलित पृष्ठभूमि से आने वाले कामेश्वर जी समाज के वंचित समुदायों के कल्याण के कार्यों के लिए भी हमेशा याद किए जाएंगे। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों आैर समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति!””
मंदिर ट्रस्ट ने कहा कि पटना के रहने वाले चौपाल लंबे समय से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे।
ट्रस्ट के अनुसार, उन्होंने नौ नवंबर 1989 को अयोध्या में राम मंदिर के प्रथम शिलान्यास समारोह में पहली ईंट रखी थी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उन्हें ‘प्रथम कारसेवक” की उपाधि से सम्मानित किया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौपाल के निधन पर दुख व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”उनका पूरा जीवन धार्मिक आैर सामाजिक कार्यों में समर्पित रहा। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ओम शांति.
विश्व हिंदू परिषद ने अपने आधिकारिक ‘एक्स” हैंडल से किए गए पोस्ट में कहा, ”विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष, बिहार प्रांत के अध्यक्ष, श्री राम जन्मभूमि के तीर्थ क्षेत्र के न्यासी, दो बार के सांसद व श्री रामलला के मंदिर की प्रथम ईंट रखने वाले श्री कामेश्वर चौपाल जी का निधन बेहद दुखद आैर स्तब्ध करने वाला है।””
इसने कहा, ”हम सब उनकी दिवंगत पुण्यात्मा की शांति व परिजनों को धैर्य प्रदान करने के लिए प्रभु से कामना करते हैं।